मध्यप्रदेश | के लिए भाजपा के सियासी चक्रव्यूह में बची हुई जीती सीटों में बाकी 67 टिकट के विधायक-मंत्रियों पर अब सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है। भाजपा ने अब तक सिर्फ तीन टिकट काटे हैं इसलिए टिकट काटने की कैंची अब इन 67 सीटों पर ही चलेगी। इनमें ही सबसे ज्यादा विधायकों को निराशा हाथ लग सकती है। यही वजह है कि भाजपा ने फिलहाल इन टिकटों को रोक दिया है। इनमें कई चौंकाने वाले नाम भी हैं, जिनका रुकना ये बताता है कि पार्टी फिलहाल टिकट पर सहमत नहीं है। इनके नाम की जगह दूसरे नाम आ सकते हैं।
खतरे में मंत्रियों के टिकट:
अहम ये है कि नौ मंत्रियों के टिकट भी रोके गए हैं, इनमें से महज यशोधरा राजे सिंधिया ने चुनाव लडऩे से इनकार किया है। गौरीशंकर बिसेन बेटी मौसमी का टिकट चाहते हैं। बाकी मंत्रियों के टिकट अब खतरे में हैं। इनमें से चार तो सिंधिया खेमे के हैं।
किस सूची पर क्या संदेश
- पहली सूची: हारी सीटों पर प्रत्याशी दिए। हारे व अनुभवी दिए।
- दूसरी सूची: दिग्गजों को उतारकर समीकरण उलट-पुलट किए।
- तीसरी सूची: दलबदल करके आईं मोनिका शाह को टिकट।
- चौथी सूची: मौजूदा विधायकों व मंत्रियों को उदारता से मौका दिया। पांचवीं सूची: अब टिकट काटने का सबसे अधिक खतरा संभावित।