11 मछुआरे श्रीलंका की जेल से रिहा, चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचे
11 में से दो मछुआरों को 80,000 रुपये का जुर्माना भरने के बाद छोड़ दिया गया
चेन्नई। श्रीलंकाई जेल में बंद 11 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया गया है। इन मछुआरों में से दो को 80,000 रुपये का जुर्माना भरने के बाद छोड़ दिया गया है। सभी मछुआरे चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचे और इस घटना ने भारत और श्रीलंका के बीच सीमा पर मछली पकड़ने के विवाद को एक नई धार दी है। पिछले महीने 2 फरवरी को तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले के मंडपम इलाके से 10 मछुआरे सीमा पार करने के आरोप में श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार किए गए थे। उन्हें जेल भेज दिया गया था, जिसमें से एक मछुआर, प्रताप, दूसरी बार पकड़ा गया था और उसे दो साल की सजा सुनाई गई। इसके बाद 19 फरवरी को रामेश्वरम के चार मछुआर भी सीमा पार करने के आरोप में गिरफ्तार हुए और जेल भेज दिया गया। इसमें एक मछुआर, कैनेडी, 80,000 रुपये का जुर्माना भरने के बाद रिहा कर दिया गया। 2 फरवरी को पकड़े गए 10 मछुआरों में से 9 को 14 मार्च को रिहा कर दिया गया, जबकि बाकी की रिहाई की प्रक्रिया जारी है।
मछुआरों को 80,000 रुपये का जुर्माना भरना पड़ा है, जिसके बाद वे रिहा किए गए हैं। इन मछुआरों को रिहा करने के बाद उन्हें कोलंबो में भारतीय दूतावास में हवाला किया गया है। उनकी मेडिकल जांच के बाद उन्हें आपातकालीन पासपोर्ट और हवाई टिकट दिए गए हैं। इन मछुआरों को चेन्नई भेज दिया गया और तमिलनाडु मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और उन्हें उनके घरों तक पहुंचाया गया। यह इंसिडेंट सीमा क्षेत्रों में मछली पकड़ने और विवादों को लेकर भारत और श्रीलंका के बीच तनाव का कारण बना है। राजनीतिक दृष्टिकोण से दोनों देशों के बीच संवाद और समझौते की मांग को जोर देने की मांग की गई है।