दिल्ली। दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के बाद चश्मदीद भी सामने आए हैं। महाकुंभ के लिए निकला दिल्ली के संगम विहार का एक परिवार भी भगदड़ में फंस गया था। परिवार की एक महिला ने बताया कि वे लोग एक घंटे तक भीड़ में दबे रहे। ऐसा लगा कि दम घुट जाएगा, हम बच नहीं सकेंगे। शुक्र है कि किसी तरह जान बचा सके।
एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि हालात खराब थे। कई लोग गिर गए और दब गए। कुछ ट्रेन के आगे गिरे। एक यात्री ने कहा, मैं एक घंटे पहले से प्लेटफॉर्म पर खड़ा था, लेकिन ट्रेन में नहीं चढ़ पाया। इतनी भड़ी थी… टॉयलेट में, सीढ़ियों पर हर जगह लोग भरे हुए थे। मदद करने के लिए प्लेटफॉर्म पर कोई नहीं था।
एस्केलेटर के पास मची भगदड़
सूत्रों के मुताबिक, जब प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर प्रयागराज एक्सप्रेस खड़ी थी, उस दौरान प्लेटफॉर्म पर काफी लोग इकट्ठा थे। स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी भी लेट थीं। इसकी वजह से इन ट्रेनों के यात्री भी प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13 और 14 पर पहुंच गए थे।
प्लेटफॉर्म पर पैर रखने की भी जगह नहीं
वहीं एक और महिला यात्री ने बताया कि प्लेटफॉर्म पर पैर रखने की जगह भी नहीं थी। इस कारण ये था कि जिनके पास टिकट नहीं था वह भी ट्रेन में बैठे थे और जिनकी सीट रिजर्व थी वो बाहर खड़े थे। महिला के मुताबिक, एक पुलिसकर्मी ने कहा कि यहां से जान बचाकर निकल जाओ। जानकारी के मुताबिक रेलवे ने हर घंटे सीएमआई के हिसाब से 1500 जनरल टिकट बेचे गए, इसलिए भीड़ बेकाबू हो गई। प्लेटफॉर्म नंबर-14 और प्लेटफॉर्म नंबर 16 के पास एस्केलेटर के पास भगदड़ मच गई।