Indore:धार भोजशाला मामले में 2 हजार पन्नों की सर्वे रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश, अब 22 जुलाई को होगी सुनवाई
इंदौर। धार भोजशाला की सर्वेे रिपोर्ट भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने सोमवार को हाईकोर्ट में पेश की। भोजशाला को लेकर लगी याचिका पर सुनवाई के दौरान मार्च माह मेें हाईकोर्ट नेे एएसआई को सर्वे के लिए कहा था। 89 दिन तक चले सर्वे के बाद हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश की है,हालांकि इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए तीन बार अफसरों ने समय मांगा। अब 22 जुलाई को होने वाली सुनवाई में इस रिपोर्ट पर चर्चा होगी। यह रिपोर्ट दोनो पक्षों को भी जाएगी, लेकिन कोर्ट ने उसे सार्वजनिक नहीं करने को कहा है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने अलग-अलग पद्धतियों से भोजशाला में सर्वे किया। कार्बन डेटिंग, जीपीएस सहित अन्य तकनीक इस दौरान अपनाई गई। भोजशाला के बड़े हिस्से में इस दौरान खुदाई की गई। जिसमें पुरानी मूर्तियों के अवशेष, धार्मिक चिन्ह भी मिले है। अफसरों ने सर्वे के दौरान वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी कराई। एएसआई ने 22 मार्च से सर्वे शुरू किया था, जो 28 जूून तक चला। सर्वे रिपोर्ट में खुदाई मेें मिले अवशेषों के फोटो भी प्रस्तुत किए गए। आपको बता दे कि धार भोजशाला को हिन्दू समाज सरस्वती माता मंदिर और प्राचीन गुरुकुल बताता है, जबकि मुस्लिम समाज भोजशाला को मस्जिद बताता है। भोजशाला मेें हर मंगलवार को पूजा होती है, जबकि हर शुुक्रवार को नमाज पढ़ी जाती हैै। बसंत पंचमी जब भी शुक्रवार को आई तो दोनो पक्षों में टकराव भी हुए।
वर्ष 1902 में भी हुआ था सर्वेधार भोजशाला का इतिहास वर्षों पुराना हैै। अंग्रेजों के शासनकाल मेें भी एएसआई ने धार भोजशाला का सर्वे किया था। तब की रिपोर्ट में मंदिर के अलावा परिसर के एक हिस्से में मस्जिद का उल्लेख भी रिपोर्ट में किया गया। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने नए सिरे से सर्वे के निर्देश दिए थे। यह सर्वे रिपोर्ट हाईकोर्ट में चल रही याचिका के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।