Farmer Protest : शंभू बॉर्डर पर बैठे गुरदासपुर के बुजुर्ग किसान की मौत, देर रात बिगड़ी थी तबीयत

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हरियाणा । हरियाणा बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों और सुरक्षाबलों की तैनाती के कारण तनाव जारी है। तीसरे दौर की वार्ता बेनतीजा रही। रविवार तक किसान शंभू बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ेंगे। वहीं, आज किसानों ने भारत बंद का एलान किया है। आज चार घंटे पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। बसें नहीं चलेंगी। बाजार बंद रहेंगे। टोल प्लाजा फ्री कराए जाएंगे।

बहादुरगढ़ में सुरक्षा का पहरा और कड़ा

बहादुरगढ़ में सुरक्षा का पहरा और कड़ा कर दिया गया है। सेक्टर 9 मोड़ पर कंक्रीट के बैरिकेड को संख्या बढ़ाई गई है। पहले बनाई गई 100 फुट लंबी और 5 फुट चौड़ी दीवार का दायरा बढ़ा दिया गया है। दोपहर को इन बड़े पत्थर के बीच कंक्रीट डाली जाएगी।

शंभू बॉर्डर पर गुरदासपुर के किसान की मौत

शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन करने गए गुरदासपुर के चाचोकी गांव निवासी सरदार ज्ञान सिंह (63) की तबीयत खराब होने से मौत हो गई है। किसानों के अनुसार, दो दिन पहले आंसू गैस के गोले से उन्हें दिक्कत हो गई थी। तब तो वे ठीक हो गए थे लेकिन गुरुवार रात अचानक उनकी तबियत बिगड़ी और उन्होंने दम तोड़ दिया।

 

सोनीपत में कच्चा माल हो रहा खत्म

राई व कुंडली क्षेत्र के उद्योगों में दिल्ली से कच्चा माल आता है। ऐसे में कुंडली-सिंघु बॉर्डर बंद होने से कच्चा माल पहुंचने में दिक्कत आ रही है। अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो कच्चा माल खत्म हो सकता है।

चढ़ूनी गुट आज 12 से 3 बजे तक चारों टोल रखेगा फ्री

किसान आंदोलन-2 के बीच हरियाणा से भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) गुट भी मैदान आ गया है। यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने घोषणा तीन घंटे टोल फ्री कराने की घोषणा की है, जिस पर सोनीपत में भी यूनियन के पदाधिकारियों ने तैयारी कर ली है। आज सोनीपत के सभी चारों टोल प्लाजा को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक फ्री करवाया जाएगा।

होशियारपुर में फगवाड़ा बाईपास रोड जाम

पंजाब में किसानों ने होशियारपुर में फगवाड़ा बाईपास रोड को जाम कर दिया है।

किसान नेता बोले- हम पाकिस्तान से नहीं हैं…

केंद्र सरकार और किसान यूनियनों के बीच बैठक खत्म होने के बाद किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि विरोध शांतिपूर्वक जारी रहेगा। हम और कुछ नहीं करेंगे। हम किसानों से भी अपील करेंगे कि हम दिल्ली की तरफ बढ़ते जाएं और बैठकें चलती रहें, दोनों काम एक साथ नहीं हो सकते। सरकार ने बैठक बुलाई है, हम तब तक इंतजार करेंगे… रविवार को अगर हमें कोई सकारात्मक नतीजा नहीं मिलता तो हम विरोध जारी रखेंगे। वहीं कुछ किसान नेता उन पर की गई हिंसक कार्रवाई या बल प्रयोग को गलत बता रहे हैं। उनका कहना है कि हम पाकिस्तान से थोड़े ही हैं।

मान बोले कानून व्यवस्था और लोगों की परेशनी चिंता की बात

किसान यूनियनों के साथ बैठक खत्म होने के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि किसान यूनियन और केंद्र सरकार के बीच लंबी बातचीत हुई। हर विषय पर विस्तार से चर्चा हुई। सकारात्मक चर्चा हुई है। सीमावर्ती इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इससे परीक्षा के दौरान छात्रों को परेशानी हो रही है। अगली बैठक रविवार को होगी। कई विषयों पर सहमति बनी है मगर कानून व्यवस्था और पंजाब के लोगों की समस्याएं चिंता का विषय हैं। हमें ईंधन या दूध या बाहर से आने वाली किसी भी चीज की कमी नहीं होनी चाहिए।  इसी के साथ पंजाब ने केंद्र से हरियाणा सरकार को सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने का निर्देश देने का आग्रह किया है।

बहुत सकारात्मक चर्चा हुई : अर्जुन मुंडा

किसान यूनियनों के साथ बैठक खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का कहना है, “आज सरकार और किसान यूनियनों के बीच बहुत सकारात्मक चर्चा हुई. किसान यूनियन द्वारा उठाए गए विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए हमने फैसला किया है कि अगली बैठक रविवार शाम 6 बजे होगी। हम सभी शांतिपूर्वक समाधान निकालेंगे।

रात डेढ़ बजे खत्म हुई बैठक

बैठक में केंद्रीय मंत्रियों ने तत्काल एमएसपी की कानूनी गारंटी लागू करने पर आने वालीं दिक्कतों के बारे में बताया, लेकिन इससे पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। रात डेढ़ बजे के करीब बैठक खत्म हुई। किसानों की केंद्रीय मंत्रियों के साथ तीसरी बैठक बेनतीजा रही। इसमें बल प्रयोग पर किसानों ने विरोध जताया। वहीं किसान एमएसपी पर अड़े हुए हैं। अगली वार्ता रविवार को शाम 6 बजे होगी। किसान अगली बातचीत जल्दी चाह रहे थे।

तीसरे दौर की वार्ता बेनतीजा, रविवार को अगली बैठक

चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच चल रही तीसरे दौर की बैठक गुरुवार-शुक्रवार रात करीब 1:30 बजे तक चली। तीसरे दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही। इसमें भी कोई समाधान नहीं निकल पाया। इस बैठक के शुरू होते ही किसानों ने हरियाणा सरकार और पुलिस की ओर से किए गए बल प्रयोग पर कड़ी आपत्ति जताई। इस पर केंद्रीय मंत्री उन्हें समझाते नजर आए। इसके बाद एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों पर चर्चा शुरू हुई। केंद्रीय मंत्री लखीमपुर खीरी कांड समेत अन्य मांगों पर किसानों के साथ सहमत दिखे, लेकिन एमएसपी की कानूनी गारंटी पर कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया।

 

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