GPY: पंजाब सीमा पर आंदोलन के बीच देशभर के किसानों को ऐसे साध रही BJP, 1.25 लाख अन्नदाताओं से मिलने का लक्ष्य

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 नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी ग्राम परिक्रमा यात्रा कार्यक्रम के जरिए देशभर के 1.25 लाख गांवों के किसानों के साथ महत्वपूर्ण वार्ता कर रही है। इस कार्यक्रम की शुरुआत 12 फरवरी को हुई थी और इसका समापन 12 मार्च को होगा। पूरा कार्यक्रम एक महीने तक चलेगा। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा किसानों को लुभाने की पूरी तरह से तैयारी कर ली है। यही वजह है कि सत्तारूढ़ पार्टी लगातार किसानों से बात करने के लिए कार्यक्रम आयोजित कर रही है।

ग्राम परिक्रमा यात्रा और किसान चौपाल के माध्यम से हो रही किसानों से बात
भाजपा के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, “हम ग्राम परिक्रमा यात्रा और किसान चौपाल के माध्यम से किसानों से बात कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य किसानों से सलाह लेना और यह जानना है कि वह मोदी सरकार से क्या चाहते हैं? इससे संकल्प पत्र तैयार हो जाएगा। इन सारी चीजों को लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जोड़ा जाएगा। देशभर में आयोजित इस कार्यक्रम को 900 स्क्रीन पर दिखाया गया। इसका मतलब है कि एक जिले में एक स्क्रीन पर गांव परिक्रमा यात्रा और किसान चौपाल का सीधा प्रसारण दिखाया गया। मोदी सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए किए गए कार्यों का पर्चा बांटकर किसानों के साथ संवाद किया गया है। वहीं ग्राम परिक्रमा यात्रा के तहत गांव का चक्कर लगाया जा रहा है। किसान चौपाल का उद्देश्य मजदूरों और किसानों से संवाद स्थापित करना और गांव में पूर्व सैनिक या शहीद के परिजनों एवं प्रगतिशील किसानों का सम्मान करना है।

एमसपी एक मुख्य मुद्दा
ग्राम परिक्रमा यात्रा को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनर से 12 फरवरी को शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राजकुमार चाहर ने संबोधित किया था। उनके अलावा इस कार्यक्रम में भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष भूपेंद्र यादव और धर्मपाल सिंह के अलावा स्थानीय नेता भी मौजूद थे।

राजकुमार चाहर ने कहा, “किसान फसल योजना, किसान सम्मान निधि, फसल बीमा, किसान रेल दीप सिंचाई, नैनो यूरिया से लेकर पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों के कारण गांव परिक्रमा यात्रा में कहीं भी किसी प्रकार का कोई विरोध नहीं है। उन्होंने बताया 300 यूनिट तक 50 फीसदी सब्सिडी मुफ्त, फसलों पर एमएसपी दी जा रही है। मोदी सरकार के राज में एमएसपी डेढ़ गुना और दो गुना बढ़ी है। हम 1.25 लाख लोगों के पास पहुंच रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि एमएसपी यहां मुख्य मुद्दा है। पंजाब में कुछ फसलों पर एमएसपी पर खूब खरीदारी होती है। सरकार ने इससे पहले किसानों के हित में फैसला लिया था और आगे भी ऐसा ही होगा। कुछ मुद्दों पर चर्चा की जरूरत है।

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