Indore News: इंडियन ऑयल के डिपो मैनेजर के घर डकैती, हाथ-पैर बांधकर इत्मीनान से समेटा सामान, कार-जेवर ले गए
रस्सियों से बांध दिया था
डकैतों ने परिजनों को रस्सियों से बांध दिया था। जैसे-तैसे उन्होंने रस्सियां खोली और पुलिस को सूचना दी। जाने से पहले डकैत परिवार के लोगों को यह हिदायत भी दे गए कि हमारे जाने के बाद कमरे से उठने की कोशिश मत करना और चिल्लाना भी मत। कमिश्नर के निर्देश पर इंदौर क्राइम ब्रांच की तीन, बाणगंगा थाने की दो टीमें और धार जिले की एक टीम सर्च में जुट गई है। कार की लोकेशन के आधार पर पीछा किया जा रहा है। कार की आखिरी लोकेशन धार जिले के राजगढ़ में मिली है। बदमाश कार धार के आगे ही छोड़कर भागे हैं। पुलिस ने कार जब्त कर ली है।
मुंह पर कपड़ा बांधकर आए थे बदमाश
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के डिपो मैनेजर ने बताया कि वह, पत्नी और दोनों बच्चे पहली मंजिल पर सो रहे थे। बदमाशों ने उनके हाथ पर डंडे से वार कर जगाया। तब तीन-चार नकाबपोश कमरे में थे। उनके हाथों में प्लाई, डंडा और पत्थर थे। उन्होंने कीमती सामान की मांग की। मैनेजर से चेन और अंगूठी लेने के बाद मैनेजर ने उनसे कहा कि मारपीट मत करना। जो चाहिए, ले जाओ। अलमारी में 10-12 हजार रुपये नगद, पत्नी के जेवर, कैनन कंपनी का डीएसएलआर कैमरा निकालकर ले गए। दरवाजा बंद कर चले गए थे, जिसे खोलने में भी 10-15 मिनट लग गए। नीचे देखा तो मेन दरवाजे का ताला टूटा था। होंडा सिटी कार क्रमांक MP09-CT-7446 भी साथ ले गए थे। मोबाइल उन्होंने फेंक दिए थे। वह तलाशे और पुलिस को सूचना दी।
चौकीदारों को भनक भी नहीं लगी
लंदन विला टाउनशिप में चौकीदार भी रहते हैं। उन्हें भी डाके की भनक नहीं लगी। मौके पर पहुंची बाणगंगा पुलिस ने गली में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। परिजनों ने बताया कि बदमाशों की भाषा थोड़ी अलग थी। पुलिस को आशंका है कि बाग-टांडा के गिरोह का हाथ डकैती मेें हो सकता है। इस बीच घर के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं। इसमें बदमाश घर वालों को डराते-धमकाते नजर आ रहे हैं।
पटवारी ने साधा मुख्यमंत्री पर निशाना
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने डकैती को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इंदौर में शुक्रवार तड़के बड़ी डकैती हो गई। दस दिन में यह दूसरी बड़ी वारदात है। मुख्यमंत्री मोहन यादव जी, पुराने मुख्यमंत्री (शिवराज सिंह चौहान) तो इंदौर को सपनों का शहर कहते थे। आपको इंदौर कैसा लगता है? हो सकता है आप गृहमंत्री के रूप में भूल रहे हों इसलिए याद दिला रहा हूं, वहां इंदौर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली भाजपा सरकार ने ही शुरू की थी। भारी फौज तैनात की लेकिन हालात आपके सामने हैं। पॉश इलाके भी सुरक्षित नहीं।