Ujjain: पीएम मोदी कल करेंगे 41 हजार करोड़ की रेल परियोजना का शिलान्यास, राज्यपाल मंगुभाई पटेल भी होंगे शामिल
पश्चिम रेलवे के अपर मंडल रेल प्रबंधक अशफाक अहमद और पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने जानकारी दी कि भारतीय रेल आधुनिकीकरण की दिशा में और भारत सरकार के न्यू इंडिया के सपने को साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। देश भर में रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय प्रतिष्ठानों के रूप में विकसित करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
उन्होंने आगे बताया कि एक ऐतिहासिक पहल के अंतर्गत प्रधानमंत्री ने छह अगस्त, 2023 को देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री द्वारा कल 26 फरवरी, 2024 को भारतीय रेलवे में 554 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों का शिलान्यास किया जा रहा है। इसके साथ ही 15 सौ उपरिगामी पुलों, अंडरपास का शिलान्यास, उद्घाटन भी होगा, जिनमें रतलाम मंडल के 11 स्टेशन और चार रोड अंडर ब्रिज सहित पश्चिम रेलवे के 66 स्टेशन तथा 208 रोड अंडर ब्रिज, रोड ओवर ब्रिज शामिल हैं। इंदौर और उज्जैन स्टेशनों का भव्य पुनर्विकास किया जाएगा, जिससे यात्रियों को विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और यात्री सुविधा मिलेगी।
अमृत स्टेशन योजना के तहत रतलाम मंडल के सीहोर, शुजालपुर, मक्सी, नागदा, खाचरोद, दाहोद, लिमखेड़ा, नीमच और मंदसौर स्टेशनों पर पुनर्विकास कार्य के तहत यात्री प्रतीक्षालय का विस्तार और पुनर्निर्माण, पृथक प्रवेश एवं निकास द्वार, बाहरी परिक्षेत्र में सुधार, नवीन संकेतक, नवीन फर्नीचर, बेंचेज आदि, 12 मीटर चौड़ा पैदल ऊपरी पुल की सुविधा, नवीन बुकिंग एवं आरक्षण कार्यालय, दिव्यांग यात्रियों के सुगम आवागमन यात्रियों के लिए रैंप और सतह में सुधार, प्रकाश व्यवस्था में सुधार जैसे कार्य किए जाएंगे।
इसके अलावा रोड यूजरों को बेहतर सुविधा देने के लिए रतलाम-गोधरा सेक्शन में लेवल क्रॉसिंग गेट नंबर 69 स्थान पर रोड ओवरब्रिज और नागदा-उज्जैन सेक्शन में लेवल क्रॉसिंग गेट नंबर एक के स्थान पर रोड ओवरब्रिज के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया जाएगा। इसके साथ ही गोधरा-रतलाम सेक्शन पर लेवल क्रॉसिंग गेट नंबर 49 और रतलाम-नागदा सेक्शन पर 87 पर नव निर्मित रोड ओवर ब्रिजों का लोकार्पण भी किया जाएगा। वहीं, समपार फाटकों के स्थान पर अंडरपास के निर्माण होने से रेलवे की संरक्षा सुनिश्चित होगी। सड़क उपयोगकर्ताओं को रेल लाइन के दोनों ओर आने-जाने में सुविधा होगी। समपार पर रुकने की समस्या दूर होगी और सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा में वृद्धि होगी।
भारतीय विविधता की भव्यता को प्रदर्शित करते हुए ये पुनर्विकसित स्टेशन नई अत्याधुनिक यात्री सुख-सुविधाओं के साथ-साथ मौजूदा सुविधाओं के अपग्रेडेशन और प्रतिस्थापन से सुसज्जित होंगे। अमृत स्टेशन योजना के अंतर्गत अवांछित ढांचों को हटाकर रेलवे स्टेशनों तक सुगम पहुंच, बेहतर प्रकाश व्यवस्था, बेहतर परिसंचरण क्षेत्र, उन्नत पार्किंग स्थान, दिव्यांगजन अनुकूल इंफ्रास्ट्रक्चर, हरित ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण अनुकूल भवन आदि सुविधाएं प्रदान करना शामिल हैं।