केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव वर्चुअली समारोह से जुड़े। उन्होंने कहा कि एक साथ 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास रेलवे के इतिहास में पहले कभी नहीं हुए है। वैष्णव ने कहा कि 2014 में रेलवे ब्रिज धीमी गति से बनते थे, लेकिन अब तेजी से काम हो रहे हैं।
विधायक मधु वर्मा ने कहा कि इंदौर में रेलवे स्टेशन के विस्तार की जरूरत लंबे समय से थी। महानगर का रूप ले चुके इंदौर को नई रेलगाड़ियां हर साल मिल रही हैं। उसके हिसाब से स्टेशन भी बड़ा होना चाहिए। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इंदौर में बनने वाला स्टेशन सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा। यहां भूमिगत पार्किंग भी रहेगी। इंदौर रेलवे स्टेशन में एयरपोर्ट जैसी व्यवस्था रहेगी। नए स्टेशन में शॉपिंग मॉल भी होंगे। एक हजार यात्रियों के लिए एसी कक्ष में बैठने की व्यवस्था रहेगी। नए स्टेशन से मेटो और बस स्टैण्ड भी जुड़ेंगे। दूसरे चरण में पार्क रोड स्टेशन की सुविधाएं बढ़ाई जाएगी। विधायक मालिनी गौड़ ने कहा कि स्टेशन की नई बिल्डिंग समय की मांग है, क्योंकि लगातार यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। अब इंदौर में लगातार रेल सुविधा भी मिलेगी। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत इंदौर के रेलवे स्टेशन के समारोह में स्कूली बच्चे नृत्य की प्रस्तुति दे रहे हैं। मंच पर सांसद शंकर लालवानी, विधायक मधु वर्मा, गोलू शुक्ला, भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा, दीपक जैन मौजूद हैं, कुछ ही देर में समारोह शुरू होगा।
राजस्थान के रेलवे स्टेशनों का हुआ कायापलट
15 दिन पहले ही पीएम मोदी ने जयपुर के खातीपुरा रेलवे स्टेशन सहित प्रदेश के कई रेलवे स्टेशनों के विकास कार्यों का लोकार्पण किया था। अमृत भारत योजना के तहत खातीपुरा स्टेशन सहित कई रेलवे स्टेशनों का आधुनिक सुविधाओं से युक्त कर दिया। दर्जनों रेलवे स्टेशनों का कायापलट करने से यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं में काफी इजाफा हुआ है। अब 21 और रेलवे स्टेशन के कायापलट के बाद जनता को समर्पित किए जा रहे हैं। प्रदेश के जिन रेलवे स्टेशनों पर विकास कार्य हुए और जिनका लोकार्पण होना है। उनमें अजमेर जंक्शन, रानी, फतेहपुर शेखावाटी, धौलपुर, पाली मारवाड़, सोमेसर, खैरथल, गोविंदगढ़, सांगानेर, ब्यावर, गोगामेड़ी, नीम का थाना, खेड़ली, रायसिंह नगर, राजगढ़, बूंदी, फतेहनगर, दौसा, डीग, झालावाड़ सिटी और जवाई बांध रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
MP के 80 स्टेशनों के विश्व स्तरीय बनाने की योजना
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पश्चिमी मध्य रेलवे के 12 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा।साथ ही प्रदेश में 77 हजार 800 करोड़ से अधिक की 32 रेलवे परियोजनाएं चल रही हैं। बता दें कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत मध्यप्रदेश के 80 स्टेशनों के विश्व स्तरीय बनाने की योजना है।वहीं, इस साल के बजट में मध्यप्रदेश में रेल अधोसंरचना के विकास के लिए 15,143 करोड़ रुपये की राशि की मंजूरी मिली है।
33 रेलवे स्टेशन, 133 रोड ओवर ब्रिज और रेल अंडरपास का शिलान्यास
पीएम मोदी मध्यप्रदेश के 33 रेलवे स्टेशन के शिलान्यास के साथ 133 रोड ओवर ब्रिज, रेल अंडरपास का शिलान्यास और लोकार्पण किया जिसमें भोपाल मंडल के पांच स्टेशन, चार रोड ओबरब्रिज और दो अंडरपास शामिल हैं। वहीं, इन निर्माण कार्यों के लिए लगभग 292.19 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। दरअसल, भोपाल मंडल के पांच स्टेशनों में सांची तो 8.59 करोड़, खिरकिया को 10.38 करोड़, अशोकनगर को 10.6 करोड़, बीना को 140 करोड़, शाजापुर को 11.66 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास का काम किया जाएगा, जबकि 181.23 करोड़ रुपये की लागत से उन्नयन कार्य किए जाएंगे।
इन 33 स्टेशनों का किया जाएगा पुनर्विकास
पुनर्विकास के लिए चयनित स्टेशनों में सीहोर, जबलपुर, बीना, अशोकनगर, खिरकिया, सांची, शाजापुर, ब्यौहारी, बरगवां, नरसिंहपुर, पिपरिया, इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, मक्सी, नागदा, नीमच, शुजालपुर, खाचरोद, बालाघाट, छिंदवाड़ा, खण्डवा, मंडला फोर्ट, नैनपुर, सिवनी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, बिजुरी, मुरैना, हरपालपुर, दतिया और भिंड स्टेशन शामिल हैं।