जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय पार्षद द्वारा अपने ही क्षेत्र में बनाए जा रहे सीएम राइज स्कूल के निर्माण कार्य को रोकने के मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है। दरअसल मेडिकल कॉलेज बड्डा दादा मैदान की कुछ जमीन सीएम राइज स्कूल के लिए आवंटित की गई है। जहां आवंटित जमीन को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग आमने-सामने आ गए हैं। बताया जा रहा है कि जिस क्षेत्र में स्कूल शिक्षा विभाग सीएम राइज स्कूल बना रहा है। वही उसी जमीन को चिकित्सा शिक्षा विभाग अपने आगामी प्रोजेक्ट के लिए रखना चाहती है। इधर क्षेत्र के पार्षद उक्त क्षेत्र को खेल का मैदान ही रहने की बात कह रहे हैं।
मौके पर पहुंचे कलेक्टर सक्सेना
मामले की जानकारी लगते हैं जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना मौके पर पहुंचे, और स्कूल शिक्षा विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग एवं स्थानीय पार्षद से मामले को लेकर चर्चा की। कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने बताया कि दोनों विभाग अपने-अपने प्रोजेक्ट को लेकर जमीन चाह रहे हैं, वही दोनों विभागों के प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अध्ययन करने के बाद ही पूरे मामले को निपटाया जाएगा। संबंधित विभागों से प्रोजेक्ट को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मामले ने ऐसे पकड़ा तूल
दरअसल पश्चिम विधानसभा अंतर्गत मेडिकल कॉलेज के पास में बने बड्डा दादा ग्राउंड में सीएम राइस स्कूल का निर्माण कार्य चल रहा है। इसी बीच 28 फरवरी को क्षेत्रीय भाजपा के पार्षद जीतू कटारे ने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचकर स्कूल के कार्य को रुकवा दिया। उनका कहना था कि पूरे क्षेत्र में यह एक मात्र ही ऐसा ग्राउंड है, जहाँ बच्चे रोजाना खेलने आते हैं। इसके अलावा बड़े बुजुर्ग भी सुबह टहलने के लिए आते हैं।
बेहतर शिक्षा देने शुरू हुई थी योजना
उल्लेखनीय है कि सीएम राइज स्कूल योजना का प्रारंभ तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया गया था। सीएम राइज बनाने का मकसद छात्रों को अच्छी शिक्षा प्रदान करने का था। हालांकि कई सीएम राइज स्कूल वर्तमान में संचालित है। वहीं कई का निर्माण अभी चल रहा है। जिनमें से एक के निर्माण कार्य को भाजपा के ही पार्षद द्वारा रुकवा दिया गया है। ऐसे में लोगों का कहना है कि क्या पार्षद को पहले से मालूम नहीं था कि उक्त क्षेत्र में स्कूल का निर्माण किया जा रहा है, जिन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचकर आधे अधूरे निर्माण को रुकवा दिया।