
दुख में आपके सामने हूं उन्होंने कहा कि सिंधिया परिवार ने आपका प्रतिनिधित्व किया। अब आपके भार को कम करने की जिम्मेदारी मेरी है। 80 के दशक में जब भीषण बाढ़ आई थी तब राजमाता और बड़े महाराज ने गाड़ी से आकर आपकी मदद की थी। जब गुना में बाढ़ आई थी तो मैंने आर्मी के हेलिकॉप्टर से न केवल सर्वेक्षण किया बल्कि लोगों को बाढ़ से निकालने का काम भी किया था। अब मैं आज आया हूं। यह सही है की राजमाताजी की तबियत ठीक नहीं, लेकिन आप सभी किसानों की तबियत भी ठीक नहीं है। आप सभी मेरा परिवार है, आपके दुख में मैं आपके सामने हूं। प्रशासन के साथ आया हूं सिंधिया ने कहा कि मैं यहां प्रशासन के साथ आया हूं, ताकि एक एक खेत का आकलन तुरंत हो सके। इन 29 गांवों के चार हजार किसान प्रभावित हुए हैं, उनमें से एक भी न छूटे। इन सभी गांवों का सर्वेक्षण तुरंत हो और सरकार से तुरंत मुआवजा जारी हो। सिंधिया ने कहा- प्रदेश के मुख्यमंत्री भी किसान हैं, इस विषय पर उनसे मेरी फोन पर चर्चा हुई है। मैं इस बात की गारंटी देता हूं कि पूरा मध्यप्रदेश प्रशासन इस दुख की घड़ी में आपके साथ खड़ा है।