नौसेना ने समुद्री लुटेरों के कब्जे से बचाया एक और जहाज, दो दिन पहले भी बांग्लादेशी शिप किया था रेस्कयू
गौरतलब है कि एमवी रुएन जहाज को बीते साल दिसंबर में समुद्री लुटेरों ने अगवा कर लिया था। उस वक्त भी नौसेना ने जहाज को समुद्री लुटेरों के कब्जे से बचाने की कोशिश की थी। उस दौरान नौसेना ने क्रू के सदस्यों में से एक को बचाया था। अब एमवी रुएन का समुद्री लुटेरे अन्य जहाजों को लूटने के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। नौसेना ने 15 मार्च को एमवी रुएन जहाज को सोमालिया के पूर्वी तट पर इंटरसेप्ट किया। नौसेना ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक समुद्री लुटेरों के जहाज के खिलाफ कार्रवाई की गई। नौसेना ने बयान जारी कर बताया कि ‘समुद्री लुटेरों ने भारतीय नौसेना के युद्धक जहाज पर फायरिंग की। इसके बाद जहाज पर मौजूद समुद्री लुटेरों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया।’ नौसेना ने कहा कि ‘इंडियन नेवी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। समुद्री लुटेरों से बचाया गया जहाज माल्टा का है, जिसे समुद्री लुटेरों ने 14 दिसंबर 2023 को अदन की खाड़ी से अगवा कर लिया था। नौसेना ने उस वक्त भी अपने युद्धक जहाज को एमवी रुएन की मदद के लिए भेजा था। नौसेना ने एक नाविक को बचाया था। यह जहाज कोरिया से तुर्किए की तरफ जा रहा था, जब जहाज को अगवा कर लिया गया था।