जबलपुर । आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर आचार संहिता जिले भर में लागू हो गई है । इस दौरान प्रचार-प्रसार, शासकीय नियुक्तियां निकालने सहित कई मामलो में बनदिशे लग जाती है । लेकिन एक शासकीय विभाग द्वारा ही आचार संहिता का उल्लघंन दिया गया । ताज्जूब की बात ये है कि जब जिले के कलेक्टर द्वारा उक्त विभाग के मुखिया से उक्त विषय पर बात किं गई तो उन्होंने संशोधन के नाम पर पदों को बढ़ाते हुए फिर से एक आवेदन जारी कर दिया । दरअसल यह मामला मेडिकल कॉलेज से जुड़ा हुआ है, जिसकी आचार संहिता उल्लघंन मामले की शिकायत कलेक्टर के पास पहुंची हुई है । मामले से अवगत कराते हुए जिला कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के संबंध में उनके पास आचार संहिता के उल्लघंन की सूचना प्राप्त हुई थी । जिसमें मेडिकल कॉलेज द्वारा कुछ पदों के लिए नियुक्ति जारी की गई थी । इस मामले पर कलेक्टर द्वारा मेडिकल कॉलेज की डीन गीता गुइन से पूछताछ की गई, जिसपर उनके द्वारा बताया गया कि विगत 12 मार्च को विभाग द्वारा सरकारी पदों के लिए नियुक्ति जारी की गई थी । जिसमें कुछ गड़बड़ी होने के चलते दोबारा उक्त पदों के लिए संशोधन विजप्ति 18 मार्च को जारी की गई ।
संशोधन में बढ़ा दी पदों की संख्या
इस मामले कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने बताया कि 18 मार्च को जब मेडिकल कालेज प्रशासन द्वारा दोबारा से नियुक्ति के लिए विज्ञप्ति जारी की गई तो उसमें पदों की संख्या बढ़ा दी गई । कलेक्टर ने बताया कि आचार सहिंता में चुनाव आयोग के जो निर्देश हैं कि अगर आप कोई भी नवीन नियुक्ति करेंगें तो उसके लिए आयोग से परमीशन लेना पड़ेगा ।
चुनाव आयोग को दी सूचना
कलेक्टर ने बताया कि संशोधन के वक्त मेडिकल कॉलेज प्रशासन को कोरीजेंडम जारी करना था, परंतु उन्होंने 10 पदों की जगह 11 पदों का अमेडमेंट जारी कर दिया । चंूकि यह आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ा विषय है, इसलिए कलेक्टर द्वारा इस पूरे मामले को चुनाव आयोग एवं जबलपुर कमीश्नर को अवगत करा दिया गया है ।