Jabalpur : करोड़ों की लागत से बने डुमना एयरपोर्ट पर नामात्र की फ्लाईट्स, वायुसेवा संघर्ष समिति करेगी जाग्रति यज्ञ
जबलपुर। विमान सेवाओं की चिंताजनक हालातों पर जबलपुर ही नहीं वर्णन पूर्ण महाकौशल एवं विंध्य क्षेत्र के नागरिकों में रोष व्याप्त है। जहां जबलपुर एक समय पर देश के प्रमुख नगरों से वायु मार्ग से जुड़ा हुआ था वहीं आज नवनिर्मित विमानतल के बनने के बावजूद विभिन्न स्थानों के लिए विमानों की बाट जो रहा है। जबलपुर से संपूर्ण महाकौशल एवं विंध्य क्षेत्र के जिलों के नागरिक विभिन्न स्थानों तक जाने के लिए विमान सेवा का लाभ उठाते थे जिनको अब अधिक समय और व्यय करके या सड़क मार्ग द्वारा अथवा दूसरे शहरों के वायु मार्ग द्वारा मजबूरीवश यात्रा करना पड़ रही है। पिछले कुछ माह से जबलपुर के नागरिकों एवं वायु सेवा संघर्ष समिति ने जबलपुर की विमान सेवाओं की दुर्दशा पर अनेकों बैठकें की। प्रधानमंत्री, केंद्रीय विमानन मंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी इस आशय हेतु पत्र लिखा गया लेकिन किसी ने भी अभी तक इस मुद्दे पर सकारात्मक पहल नहीं की है। उक्त बांते वायु सेवा संघर्ष समिति जबलपुर के संयोजक हिमांशु खरे द्वारा कही गई। उन्होंने बताया की उद्योगपति, व्यापारी, चिकित्सक, अधिवक्ता, इलाजरत मरीज, युवा वर्ग इत्यादि जबलपुर की विमान सेवाओं को लेकर दुखी हैं और जबलपुर जो की निवेश की बाट कई वर्षों से जो रहा है आज विमान सेवाओं के न होने से शहर पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है क्योंकि वृहद औद्योगिक समूह जबलपुर में फ्लाइट सेवाओं के न होने से निवेश करने में कतरा रहे हैं। प्रमुख नगरों से जोडऩे की मांग
वायु सेवा संघर्ष समिति इस उद्देश्य हेतु शीघ्र ही एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन करेगी तथा उसके पश्चात् केंद्रीय विमानन मंत्री को जगाने के लिए एक जाग्रति यज्ञ करेगी। इस उम्मीद से कि मंत्री को जबलपुर के हालात पर ध्यान आकर्षण हो तथा जबलपुर को पूर्व की भांति मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद, पुणे एवं अन्य शहरों के लिए भी वायु सेवा आरंभ हो सके। समिति के सदस्य बलदीप मैनी, शंकर नाग्देव, हेमराज अग्रवाल, अभिषेक ध्यानी, जितेंद्र पचौरी, दीपक सेठी, पंकज माहेश्वरी, राकेश श्रीवास्तव, पी जी नाजपाण्डे, मनु तिवारी, अरुण पवार, अनिल अग्रवाल सी ए, अधिवक्ता रविंद्र श्रीवास्तव अभिषेक जैन आदि ने केंद्रीय विमानन मंत्री से पुन: आग्रह किया है कि वे जबलपुर को देश के प्रमुख नगरों से जोडऩे सार्थक पहल करें अन्यथा वायुसेवा संघर्ष समिति इस हेतु तीव्र आंदोलन करेगी।