PM Modi Cabinet: शिवराज को दो मंत्रालय की जिम्मेदारी, कृषि के साथ पंचायती राज और ग्रामीण विकास भी संभालेंगे
यह लगातार दूसरी बार है, जब मध्यप्रदेश से केंद्र में मंत्री को कृषि विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। शिवराज सिंह चौहान को जिन दो मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी गई है। ये दोनों ही विभाग मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में नरेंद्र सिंह तोमर के पास थे। आपको बता दें शिवराज सिंह चौहान को लेकर पहले से अनुमान लगाया जा रहा था कि उन्हें कृषि मंत्रालय दिया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके सीएम रहते मध्यप्रदेश ने कई बार कृषि उन्नत पुरस्कार मिला है। इसके साथ ही शिवराज सिंह चौहान को पंचायती राज और ग्रामीण विकास मंत्रालय भी दिया गया है। आपको बता दें कि शपथ ग्रहण के 24 घंटे के अंदर ही विभागों का बंटवारा हो गया है।
किसको कौन सा मंत्रालय मिला
- नितिन गडकरी – सड़क और परिवहन मंत्रालय
- एस जयशंकर – विदेश मंत्रालय
- अश्विनी वैष्णव – रेल मंत्रालय
- राजनाथ सिंह – रक्षा मंत्रालय
- निर्मला सीतारमण – वित्त मंत्रालय
- अमित शाह – गृह मंत्रालय
- मनोहर लाल खट्टर – ऊर्जा मंत्रालय/ आवास और शहरी मंत्रालय
- शिवराज सिंह चौहान – कृषि और पंचायत राज मंत्रालय
- अजय टम्टा – सड़क परिवहन राज्यमंत्री
- धर्मेंद्र प्रधान – शिक्षा विभाग
- सर्वानंद सोनोवाल – पोर्ट शिपिंग
- राम मोहन नायिडु – सिविल एविएशन
- अपूर्ण देवी – वीमेन चाइल्ड डेवलेपमेंट
- गजेंद्र सिंह – संस्कृति एवं पर्यटन विभाग
- किरेज रिजूज – संसदीय कार्य मंत्रालय
- भूपेंद्र यादव – पर्यावरण मंत्रालय
- धर्मेंद्र प्रधान – शिक्षा मंत्रालय
- जेपी नड्डा – स्वास्थ्य मंत्रालय
- ज्योतिरादित्य सिंधिया – उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास और दूरसंचार मंत्रालय
- हरदीप सिंह पूरी – पेट्रोलियम मंत्रालय
- अश्विनी वैष्णव – सूचना विभाग और रेल मंत्री
विदिशा से छठवीं बार सांसद चुने गए शिवराज
लोकसभा चुनाव में विदिशा से छठवीं बार सांसद चुने गए शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में भाजपा के सबसे कद्दावर नेता हैं। वह मध्यप्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला है। राजनीति में कदम रखने से पहले उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया था। चौहान छह बार विदिशा सीट से सांसद हैं, जहां से कभी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज जैसे नेता सांसद थे।प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का दायित्व संभालने से पहले शिवराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं।