डीलरों के पास वाहन भेजने में कमी लानी होगी: सिंघानिया
63 से 66 दिनों तक बिना बिके वाहनों का हो गया था स्टॉक
नई दिल्ली । फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा कि पिछले महीने करीब 3,90,000 वाहनों की खेप भेजी गई थी और डीलरों के पास 63 से 66 दिनों तक बिना बिके वाहनों का स्टॉक हो गया था।
दीवाली खत्म हो चुकी है और हमने सीजन के दौरान कार श्रेणी में एक अंक का इजाफा देखा है। लगभग सभी कंपनियां शुरुआती स्तर, सिडैन और हैचबैक श्रेणियों के लिए त्योहारी पेशकश का विस्तार कर रही हैं। डीलरों के पास वाहन भेजने में कमी लानी होगी और तभी स्टॉक में सुधार हो सकता है। वरना डीलरों को काफी वित्तीय संकट झेलना पड़ेगा। अब तक खुदरा व्यापार में सब कुछ अच्छा है, लेकिन स्टॉक खेल बिगाड़ सकता है।
फाडा के मुताबिक इनमें से एक कंपनी अपने वाहनों की कुछ श्रेणियों के लिए स्टॉक की फंडिंग में विस्तार तक कर चुकी है। इसने कहा कि एक महीने से अधिक के स्टॉक के लिए एक कंपनी ने डीलरों की मदद में विस्तार किया है। फाडा के आकलन के आधार पर मौजूदा इजाफे की तुलना में जुलाई महीने में लगभग 50 दिनों तक का बिना स्टॉक था। उद्योग के सूत्रों की राय है कि स्टॉक में मौजूदा इजाफा मुख्य रूप से शुरुआती स्तर वाले मॉडल की वजह से है।
मारुति सुजूकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि उपभोक्ता प्रोत्साहन की पेशकश का ऐलान आम तौर पर महीने भर के लिए किया जाता है। नवंबर महीने के लिए भी प्रोत्साहन की पेशकश वही रहेगी। त्योहारी सीजन 15 नवंबर को खत्म हो चुका है, लेकिन जैसा कि चलन है, इस महीने पेशकश वही रहेगी। दिसंबर की पेशकश का ऐलान महीने की शुरुआत में किया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या मारुति डीलरों की स्टॉक लागत के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है, श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे पास थोक और खुदरा आंकड़ों के आधार पर डीलर बिक्री के लिए अलग-अलग प्रोत्साहन हैं। फिलहाल हमारे पास डीलरों की स्टॉक लागत के लिए वित्तीय सहायता के वास्ते कोई योजना नहीं है। आम तौर पर सीजन खत्म होने के तुरंत बाद खुदरा बिक्री कुछ धीमी हो जाती है। हमने इस बार भी ऐसा ही रुझान देखा है लेकिन पूछताछ का स्तर काफी स्थिर बना हुआ है।
उद्योग के एक सूत्र ने कहा कि इस क्षेत्र को नवंबर और दिसंबर में बिक्री कम रहने का डर सता रहा है। सूत्र के मुताबिक आम तौर पर दिसंबर की बिक्री कम होती है लेकिन इस बार रुकी हुई मांग खत्म हो चुकी है। बहुत सारे कार विनिर्माता योजनाएं लेकर आ रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक साल 2023 में जोरदार बिक्री के बाद साल 2024 में बिक्री कम रह सकती है। मालूम हो कि कार विनिर्माता इस बार त्योहारी सीजन के बाद भी अपनी पेशकश जारी रख रहे हैं। कुछ विनिर्माता नवंबर के अंत तक छूट की पेशकश कर रहे हैं, तो कुछ दिसंबर के लिए नई पेशकश की तैयारी कर रहे हैं, खास तौर पर शुरुआती स्तर के वाहनों के लिए।