Kuwait Fire: कुवैत की इमारत में लगी भीषण आग में 41 की मौत, पीएम मोदी और विदेश मंत्री ने जताया शोक

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कुवैत। कुवैत की एक बिल्डिंग में लगी भीषण आग में 41 नागरिकों की मौत हो गई है। इस भीषण आग दक्षिणी मंगाफ जिले में एक बिल्डिंग में लगी। आग के कारण बिल्डिंग पूरी तरह से तबाह हो गई है। जिस बिल्डिंग में आग लगी, उसमें 160 से ज्यादा मजदूर रहते थे। यह घटना बुधवार सुबह की बताई जा रही है। कुवैत के उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबाह ने घटनास्थल का दौरा किया और पुष्टि की कि कम से कम 41 कर्मचारी मारे गए हैं। घटनास्थल का दौरा करने के दौरान उप प्रधानमंत्री ने इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया।

कुवैती उप प्रधानमंत्री ने क्या कहा
शेख फहाद, जो आंतरिक और रक्षा मंत्रालय भी संभालते हैं, ने कहा, “आज जो हुआ वह कंपनी और इमारत के मालिकों के लालच का नतीजा है। शेख फहद अल-यूसुफ अल-सबाह ने कहा, “मैंने ऐसे उल्लंघनों को दूर करने के लिए तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया है, जहां बड़ी संख्या में श्रमिकों को एक आवासीय इमारत में ठूंस दिया जाता है।” अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और वे इसकी वजह की जांच कर रहे हैं। एक वरिष्ठ पुलिस कमांडर ने स्टेट टीवी से कहा, “जिस इमारत में आग लगी थी, उसका इस्तेमाल मजदूरों के रहने के लिए किया जाता था और वहां बड़ी संख्या में मजदूर थे। दर्जनों लोगों को बचा लिया गया, लेकिन दुर्भाग्य से आग से निकलने वाले धुएं के कारण कई लोगों की मौत हो गई।

इमारत में कैसे लगी आग
आग सुबह 4:30 बजे (स्थानीय समय) निचली मंजिल पर स्थित रसोई में लगी और तेज़ी से पूरे आवासीय अपार्टमेंट में फैल गई। कुवैती अधिकारियों ने बताया कि वह इसकी जांच कर रहे हैं कि इस बिल्डिंग में आग किस कारण लगी। इस हादसे में बचे लोगों ने दावा किया है कि आग अचानक तेजी से फैली और बहुत कम समय में पूरे बिल्डिंग को अपनी जद में ले लिया। सुबह का वक्त होने के कारण सभी लोग सोए हुए थे। इमारत में बड़ी संख्या में लोगों के रहने के कारण उन्हें आग से बचने का मौका नहीं मिला। कई लोगों की मौत आग से पैदा हुए धुएं से दम घुटने के कारण हुई है। इस इमारत में क्षमता से कई गुना ज्यादा मजदूर रह रहे थे।

 

प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या बताया
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने इमारत में आग की लपटें और हर दरार से धुआं निकलते हुए देखा। एक प्रत्यक्षदर्शी ने एक विशेष रूप से परेशान करने वाली घटना को याद किया, जिसमें एक मजदूर आग से बचने के लिए हताश होकर पांचवीं मंजिल से कूद गया और बालकनी के किनारे से टकराकर दुखद मौत का शिकार हो गया। उन्होंने बताया कि इमारतों के अंदर कमरों में ज्यादा लोगों के होने के कारण उन्हें बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। सबसे ज्यादा मौतें दम घुटने के कारण हुई हैं।

भारतीय दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने इसे लेकर हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। दूतावास का कहना है कि इस अग्निकांड में भारतीयों की मौत के संबंध में जानकारी हासिल करने के लिए +965-65505246 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया जा सकता है। दूतावास की तरफ से हर संभव मदद का एलान किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक प्रकट किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत में हुए अग्निकांड पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा ‘कुवैत में आग की दुर्घटना दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जिन्होंने अपने परिजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। कुवैत में भारतीय दूतावास द्वारा इस घटना पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जताया दुख
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा ‘कुवैत में आग की घटना से आहत हूं। इस घटना में 40 लोगों की मौत और 50 लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की खबर है। हमारे राजदूत शिविर में गये हैं। हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं।’ विदेश मंत्री ने इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने आशा जताई है कि जो लोग घायल हुए हैं वे जल्द ही पूर्ण स्वस्थ होंगे।

इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने के आदेश 
कुवैत के आंतरिक मामलों के मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल-सबा ने पुलिस को मंगफ स्थित इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि इस हादसे के जिम्मेदार कंपनी और बिल्डिंग के मालिक हैं। उन्होंने कुवैत प्रशासन और नगर पालिका को इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि कुवैत में करीब 10 लाख भारतीय रहते हैं, जिनमें से करीब 9 लाख भारतीय वहां काम करते हैं।

 

 

 

 

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