कब्ज की समस्या अगर लगातार बनी रहे, तो कई तरह की पेट, पाचन संबंधित समस्याएं, मुंहासे, बवासीर आदि का कारण बनता है। कब्ज होने से व्यक्ति को अधिक जोर लगाना पड़ता है, जिससे कई बार मल द्वार से खून भी आने लगता है। मल द्वार पर सूजन हो जाती है। इस समस्या से आप बच सकते हैं बशर्ते की आप हेल्दी डाइट लें, जिसमें फाइबर की मात्रा अधिक हो। अनाज और कुछ बीजों के सेवन से भी कब्ज से बचाव होता है। बीज की बात करें, तो आप अलसी के बीजों का सेवन करके कब्ज की समस्या से राहत पा सकते हैं। आइए जानें, कब्ज में अलसी के बीज के फायदे और सेवन का सही तरीका क्या है। अलसी के बीजों में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो कब्ज के साथ अनेक रोगों से बचाते हैं। इसमें फाइबर की मात्रा सबसे अधिक होती है, जो पेट को साफ करने में मदद करता है। साथ ही इसमें प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, मैग्नीशियम, पोटैशियम भी होते हैं। यदि आप प्रतिदिन अलसी के बीज खाएंगे, तो पाचन तंत्र मजूबत होगा। इससे पेट में होने वाली समस्याएं जैसे अपच, गैस, कब्ज, जलन, ऐंठन, दर्द कम होता है। इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर मल को ढीला करता है, जिससे मल त्याग करना आसान हो जाता है। साथ ही आंतों को स्वस्थ रखता है, सूजन, इंफ्लेमेटरी बाउल रोग से बचाता है।कब्ज की समस्या होने पर आप अलसी के बीजों को हल्का रोस्ट करके भी खा सकते हैं।
इसका पाउडर बनाकर गुनगुने पानी में मिलाकर पी सकते हैं। साथ ही सलाद, सब्जी, सूप, स्मूदी में अलसी के बीजों को मिलाकर खाया जा सकता है। ऐसा करने से ना सिर्फ कब्ज की समस्या दूर होगी, बल्कि सेहत संबंधित कई अन्य समस्याओं से भी बचाव होगा। गर्मी के मौसम में अलसी का सेवन सीमित मात्रा में ही करें, क्योंकि तासीर में यह गर्म होता है। अधिक खाने से कब्ज तो ठीक हो जाएगा, लेकिन डायरिया शुरू हो जाएगा। प्रेग्नेंसी में अलसी के बीजों का सेवन करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें। कब्ज की समस्या से अधिकतर लोग अक्सर परेशान रहते हैं। यह कई बार उल्टा-सीधा, अधिक मैदा, जंक फूड्स, प्रोसेस्ड फूड खाने के कारण होता है। शारीरिक रूप से एक्टिव ना रहने, कम पानी पीने से भी कब्ज की समस्या होती है।
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