मानसून सत्र में सरकार को जोरदार तरीके से घेरेगी कांग्रेस
नर्सिंग घोटाले सहित अलग-अलग विभागों में गड़बड़ी को सदन में उठाएगी कांग्रेस
भोपाल। एक जुलाई से शुरू हो रहे मानसून सत्र में सरकार जहां बजट बनाने की तैयारी में जुटी हुई है, वहीं कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए मुद्दे तलाश रही है। कांग्रेस सत्र के दौरान सरकार को घेरने के लिए सरकार और उसके मंत्रियों की कमियां और कमजोरियां पता कर रही है। यानी घेराबंदी की पार्टी की रणनीति भी इस बार अलग तरह की है। हर विभाग की कमियां, कमजोरियां और गड़बडिय़ों के माध्यम से मंत्रियों को कठघरे में खड़ा करने की तैयारी कांग्रेस कर रही है। नर्सिंग घोटाले को लेकर विपक्ष सरकार को जबरदस्त तरीके से घेरने की तैयारी में है। लोकसभा चुनाव के बाद पहला सत्र (वर्षाकालीन) एक जुलाई से शुरू होना है, पर कांग्रेस पिछले 15 दिन से तैयारी कर रही है। नर्सिंग फर्जीवाड़े की जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी एनएसयूआई को दी गई है। युवक कांग्रेस, अन्य मोर्चा, प्रकोष्ठ विभागवार जानकारी जुटाने में लगे हैं। ग्वालियर-चंबल अंचल में फर्जी बीएड और डीएड कालेज का मामला भी कांग्रेस सदन में पूरे दमखम से उठाएगी।
विधानसभा चुनाव के पहले संकल्प पत्र में किए गए वादों को लेकर भी सरकार हमलावर रहेगी। इसमें लाडली बहना योजना के अंतर्गत महिलाओं प्रतिमाह 1250 रुपये की जगह तीन हजार रुपये, गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपये प्रति क्विंटल करने और रोजगार देने का वादा पर घेराबंदी सबसे अधिक होगी। इसी सत्र में सरकार मूल बजट भी आना है। ऐसे में कांग्रेस सरकार पर पौने चार लाख करोड़ रुपये कर्ज को लेकर श्वेत पत्र लाने की मांग उठाएगी। प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति, एसटी-एससी के विरुद्ध अपराध, महिला सुरक्षा, अवैध उत्खनन जैसे मुद्दों पर हाल की घटनाओं की संदर्भ में सरकार पर हमला बोलने की तैयारी भी विपक्ष ने की है।