गुरुद्वारे में निहंग सिख ने की फायरिंग

1 पुलिसकर्मी की मौत, 2 लोग हुए घायल

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कपूरथला। पंजाब के कपूरथला जिले में ‘निहंगों’ के एक समूह की गोलीबारी में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने फोन पर बताया कि घटना उस वक्त हुई जब पुलिसकर्मी कुछ निहंगों (पारंपरिक हथियार धारण करने वाले सिख) के खिलाफ दर्ज एक मामले में उन्हें गिरफ्तार करने के लिए सुल्तानपुर लोधी पहुंचे थे।
सुबह से ही दोनों तरफ से लगातार गोलीबारी हुई। कपूरथला के एस.एस.पी. मौके पर खुद टीम का नेतृत्व कर रहे हैं जबकि मैं जालंधर से आई.जी. मौके के लिए रवाना हो गए हैं। बताया जा रहा है कि गुरुद्वारा साहिब के अंदर करीब 30 निहंग सिंह मौजूद हैं। दरअसल, कुछ दिन पहले निहंग सिंहों के एक समूह ने गुरुद्वारा साहिब पर कब्जा कर लिया था और पुलिस इस कब्जे को छुड़ाने गई थी। पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है। बता दें कि गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब पर निहंग सिंहों द्वारा किए गए कब्जे को लेकर दूसरे दिन भी शहर में माहौल तनावपूर्ण बना रहा। पुलिस व जिला प्रशासन गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब के अंदर बैठे शिरोमणि पंथ अकाली बुड्ढा दल चलदा वहीर चक्रवर्ती पंजाब के प्रमुख मान सिंह के निहंगों को बाहर निकालने की कोशिश में लगा रहा। दिन में दो बार पुलिस के उच्चाधिकारियों ने गुरुद्वारा साहिब में दाखिल होने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे। दूसरी ओर शिरोमणि पंथ अकाली बुड्ढा दल चलदा वहीर चक्रवर्ती पंजाब के प्रमुख बाबा मान सिंह की ओर से बाबा अमन सिंह द्वारा प्रैसवार्ता कर पुलिस को चेतावनी दी गई कि यह कौम की लड़ाई है। यदि पुलिस उनके मामले में दखलअंदाजी करती है तो उसको इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वह किसी भी कीमत पर इस गुरुद्वारा साहिब को छोड़कर नहीं जाएंगे।
कपूरथला के पुलिस अधीक्षक (एसपी) तेजबीर सिंह हुंडल ने को बताया कि पुलिसकर्मी सड़क पर खड़े थे तभी निहंगों ने उन पर गोलियां चला दीं। अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी में एक आरक्षक की मौत हो गई जबकि दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे हैं और इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। बता दें कि इससे पहले जुलाई के महीने में लुधियाना के गांव जरखड़ स्थित गुरुद्वारा मंजी साहिब की गोलक पर कब्जा करने के लिए फायरिंग की गई थी। वहीं आरोपितों ने जमकर उत्पात मचाया था। इसके बाद आरोपित बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ करके वहां लगे सीसीटीवी व डीवीआर चोरी करके फरार हो गए थे। इस दौरान घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले साल 2020 में, निहंग प्रदर्शनकारियों ने पटियाला में एक पुलिस अधिकारी का हाथ काट दिया था। जब वह कोविड लॉकडाउन लगाने की कोशिश कर रहा था।

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