मुसीबत बना ड्राइविंग लाइसेंस का पोर्टल ‘सारथी’
पिछले दो माह से ड्राइविंग लाइसेंस के सर्वर में लगातार आ रही परेशान, रोजाना अटक रहे सैकड़ों लाइसेंस
भोपाल। प्रदेश में परिवहन विभाग से जुड़े कामों को आसान और सेंट्रलाइज करने के लिए दो साल पहले लागू किए गए वाहन और सारथी पोर्टल आम लोगों से लेकर विभाग तक के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। नेशनल इंफॉर्मेंशन सेंटर (एनआईसी) द्वारा तैयार किए गए ये पोर्टल लगातार डाउन हो रहे हैं। पिछले दो माह से सबसे ज्यादा परेशानी सारथी पोर्टल पर आ रही है, जिसके कारण ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में सबसे ज्यादा दिक्कत आ रही है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय परिवहन मंत्रालय द्वारा देश के सभी राज्यों में परिवहन विभाग का डाटा सेंट्रल सर्वर से कंट्रोल करने के लिए वाहनों से जुड़े कामों के लिए वाहन पोर्टल और लाइसेंस से जुड़े कामों के लिए सारथी पोर्टल बनावाया है। करीब दो साल पहले 1 अप्रैल 2022 से इसे प्रदेश में लागू किया गया था। इससे पहले तक प्रदेश के लिए स्मार्टचीप कंपनी अपने सिस्टम पर सारा काम कर रही थी। कहा गया था कि सेंट्रल सर्वर पर काम शुरू होने से आम लोगों को आसानी होगी और ज्यादातर काम घर बैठे ही हो जाएंगे। लेकिन इसके उलट अब घर बैठे तो दूर ऑफिस जाकर भी काम करवा पाना मुश्किल हो रहा है। विभाग के अधिकारी खुद लगातार सर्वर डाउन होने से परेशान हैं और उनका काम भी प्रभावित और पेंडिंग हो रहा है।
2 हजार से ज्यादा लाइसेंस और लाखों की फीस अटकी -एजेंट्स की माने तो पिछले दो माह में 2 हजार से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदन अटक चुके हैं। आवेदन करने पर अकसर सर्वर डाउन हो जाता है। ऐसी स्थिति में आवेदक द्वारा जमा की गई फीस भी अटक जाती है। शिकायत करने पर कभी यह वापस आती है और कभी कोई जानकारी नहीं मिलती। इस तरह से आवेदकों के लाखों रुपए भी डूब गए हैं।
पूरे प्रदेश में तकनीकी सहायता के लिए सिर्फ तीन लोग
अधिकारियों ने बताया कि पहले स्मार्टचीप कंपनी द्वारा काम संभाले जाने पर हर जिले में उनका टेक्निकल स्टॉफ मौजूद रहता था। लेकिन जब से काम सेंट्रल सर्वर पर शिफ्ट हुआ तब से इससे जुड़ी किसी भी तकनीकी समस्या को दूर करने के लिए पूरे प्रदेश में एनआईसी के ग्वालियर मुख्यालय में सिर्फ तीन अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। उनसे संपर्क करना मुश्किल होता है और संपर्क हो भी जाए तो वो समस्या को दिल्ली की ओर आगे बढ़ा देते हैं, जिससे तुरंत निराकरण में काफी परेशानी आती है।