Monsoon: पूर्वोत्तर, उत्तर-पश्चिम में जबरदस्त बारिश, जून में वर्षा में आई कमी की भरपाई जुलाई के शुरू में ही तय
आईएमडी का कहना है उत्तर-पश्चिम भारत में 30 जून को 33 प्रतिशत बारिश की कमी देखने को मिली थी, जो गुरुवार को घटकर 14 प्रतिशत पर आ गई है। इसी तरह मध्य भारत में यह कमी 14 फीसदी से घटकर चार फीसदी पर आ गई है। इसके अलावा पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में बारिश की कमी 13 प्रतिशत से घटकर दो प्रतिशत पर आ गई है। इस मानसून के मौसम में अब तक दक्षिण भारत में 13 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग का कहना है कि भारत के 24 प्रतिशत उपमंडलीय क्षेत्रों में भारी से भारी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा 45 प्रतिशत उप मंडलीय क्षेत्रों में सामान्य और 31 प्रतिशत क्षेत्रों में कम बारिश दर्ज की गई।
आईएमडी के अनुसार, भारत में एक जून को मानसून की शुरुआत से पहले चार महीनों में 190.6 मिलिमीटर बारिश हुई थी। यह सामान्य (196.9 मिलिमीटर) पैमाने से कम था। जून के अंत तक बारिश में 11 फीसदी की कमी देखने को मिली थी। इस दौरान भारत में मात्र 147.2 मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई, जो कि सामान्य पैमाने (165.3 मिलिमीटर) से कम थी। 30 मई को केरल और पूर्वोत्तर में दाखिल होने के और महाराष्ट्र में सामान्य असर दिखाने के बाद मानसून का असर लगातार कम होता गया। इस दौरान पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में भीषण गर्मी और लू का असर देखने को मिला।