तिहाड़ ने भी माना, केजरीवाल का जेल में कम हुआ वजन, मेडिकल रिपोर्ट पर AAP का जवाब
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तिहाड़ जेल प्रशासन की मेडिकल रिपोर्ट पर जवाब आया है। सांसद संजय सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तिहाड़ जेल न आखिरकार मान लिया है कि शुगर लेवल कम हुआ। केजरीवाल कोमा में जा सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक उनका वजन भी कम हुआ है।
तिहाड़ जेल प्रशासन की मेडिकल रिपोर्ट
केजरीवाल की हेल्थ पर जानकारी देते हुए तिहाड़ जेल प्रशासन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का जेल में 8.5 किलोग्राम वजन कम नहीं हुआ है। जैसा कि आप के मंत्री, सांसद और अन्य लोग दावा कर रहे हैं। एक अप्रैल को जब केजरीवाल पहली बार तिहाड़ आए थे, तब उनका वजन 65 किलोग्राम था। इसके बाद आठ और 29 अप्रैल को उनका वजन 66 किलोग्राम था। वे चुनाव प्रचार के लिए नौ अप्रैल को जेल से बाहर आए और दो जून को वापस जेल आ गए। उस दिन यानी दो जून को उनका वजन 63.5 किलोग्राम था। इसके बाद 14 जुलाई को उनका वजन 61.5 किलोग्राम था। इस तरह उन्होंने दो किलो वजन कम हुआ।मेडिकल बोर्ड रख रहा लागातार केजरीवाल पर नजर
तिहाड़ जेल प्रशासन ने आगे बताया कि यह वजन घटाना भी उन्होंने जानबूझ कर किया है। जिसके पीछे स्पष्ट कारण थे। वे तीन जून से नियमित रूप से अपने घर से भेजा गया खाना वापस कर रहे हैं। यानी चुनाव प्रचार के बाद जेल वापस आने के अगले ही दिन से। ऐसे में ध्यान देने वाली बात है कि जेल में अपने पिछले कार्यकाल में वे जानबूझकर ऐसा खाना खा रहे थे। जिससे उनका शुगर लेवल बढ़ जाता था। एम्स का एक मेडिकल बोर्ड लगातार केजरीवाल की निगरानी कर रहा है। उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल मेडिकल बोर्ड से नियमित परामर्श ले रही हैं।
केजरीवाल की हेल्थ पर जानकारी देते हुए तिहाड़ जेल प्रशासन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का जेल में 8.5 किलोग्राम वजन कम नहीं हुआ है। जैसा कि आप के मंत्री, सांसद और अन्य लोग दावा कर रहे हैं। एक अप्रैल को जब केजरीवाल पहली बार तिहाड़ आए थे, तब उनका वजन 65 किलोग्राम था। इसके बाद आठ और 29 अप्रैल को उनका वजन 66 किलोग्राम था। वे चुनाव प्रचार के लिए नौ अप्रैल को जेल से बाहर आए और दो जून को वापस जेल आ गए। उस दिन यानी दो जून को उनका वजन 63.5 किलोग्राम था। इसके बाद 14 जुलाई को उनका वजन 61.5 किलोग्राम था। इस तरह उन्होंने दो किलो वजन कम हुआ।मेडिकल बोर्ड रख रहा लागातार केजरीवाल पर नजर
तिहाड़ जेल प्रशासन ने आगे बताया कि यह वजन घटाना भी उन्होंने जानबूझ कर किया है। जिसके पीछे स्पष्ट कारण थे। वे तीन जून से नियमित रूप से अपने घर से भेजा गया खाना वापस कर रहे हैं। यानी चुनाव प्रचार के बाद जेल वापस आने के अगले ही दिन से। ऐसे में ध्यान देने वाली बात है कि जेल में अपने पिछले कार्यकाल में वे जानबूझकर ऐसा खाना खा रहे थे। जिससे उनका शुगर लेवल बढ़ जाता था। एम्स का एक मेडिकल बोर्ड लगातार केजरीवाल की निगरानी कर रहा है। उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल मेडिकल बोर्ड से नियमित परामर्श ले रही हैं।
तिहाड की मेडिकल रिपोर्ट पर आप का जवाब
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि तिहाड जेल ने माना है कि कई बार शुगर लेवल कम हुआ है। शुगर लेवल कम होने पर नींद में कोमा में जा सकते हैं। शुगर लेवल कम होने पर ब्रेन स्ट्रोक का खतरा है। संजय सिंह ने यह भी कहा कि तिहाड जेल की रिपोर्ट के मुताबिक, वजन कम हुआ है।
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि तिहाड जेल ने माना है कि कई बार शुगर लेवल कम हुआ है। शुगर लेवल कम होने पर नींद में कोमा में जा सकते हैं। शुगर लेवल कम होने पर ब्रेन स्ट्रोक का खतरा है। संजय सिंह ने यह भी कहा कि तिहाड जेल की रिपोर्ट के मुताबिक, वजन कम हुआ है।