अंबाजी। भारत की 51 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ गुजरात के अंबाजी की है। इस मंदिर में ध्वजा चढ़ाने के लिए भक्त को 5100 देना होंगे। देवी मंदिर ट्रस्ट ने यह राशि तय की है। मंदिर पर जो भी धवजा लगाई जाएगी। न्यास के पंडित पहले ध्वजा का पूजन करेंगे। गुरुवार से यह नियम अंबाजी मंदिर में लागू कर दिया गया है। अभी तक लोग ध्वजा लेकर आते थे। मंदिर में चढ़ाकर चले जाते थे। मंदिर को अभी कोई अलग सी चढ़ावा नहीं मिलता था। नाही पंडितों को रोजगार मिल पा रहा था। भक्तों की आस्था को देखते हुए,अब मंदिर कमेटी ने मंदिर की आय को बढ़ाने के लिए यह नियम बनाया है।
जो श्रद्धालु अपनी ध्वजा को लेकर आएंगे। उन्हें मंदिर ट्रस्ट समिति में अपना पंजीयन करना होगा। 250 शुल्क के रूप में जमा करने होंगे। इसके साथ ब्राह्मण लाने वाले श्रद्धालुओं को ध्वजा पूजन के लिए पंजीकरण शुल्क देना अनिवार्य किया गया है। अंबाजी शक्तिपीठ में नियमित रूप से औसतन 25 ध्वजा चढ़ाई जाती हैं। पूर्णिमा और त्योहार के दौरान यह संख्या काफी बढ़ जाती है। अंबाजी शक्तिपीठ कमेटी ने श्रद्धालुओं के लिए 2100 से लेकर 5100 तक की ध्वजा की राशिएवं पंजीयन शुल्क वसूलकर मंदिर कमेटी की आय को बढ़ाया जाएगा।
Sign in
Sign in
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.