नीरज पांडे ने बताया कि पिंजरे में कुछ चारा रखा जाएगा, ताकि मगरमच्छ उसके अंदर आ सके और फिर उसे सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाएगा। बता दें इस समय दमोह जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के जलस्रोतों में मगरमच्छ पहुंच रहे हैं। ब्यारमा नदी में सबसे ज्यादा मगरमच्छ हैं जो पानी के बहाव में अन्य जलश्रोतों में जा रहे हैं। अभी तक मगरमच्छ के हमले से एक बच्चे की मौत हो चुकी है और दस से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
दमोह। दमोह जिले के बीजा डोंगरी गांव में हाई स्कूल परिसर से लगे तालाब में बुधवार सुबह 7 फीट लंबा मगरमच्छ दिखाई दिया। रहवासी इलाके में मगरमच्छ दिखाई देने से ग्रामीण दहशत में आ गए। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। वन अमले ने मौके पर पहुंचकर तालाब के पास मगरमच्छ को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए हैं। लोगों को तालाब में जाने से रोक दिया है। जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर के समय मगरमच्छ तलाब से निकलकर सूखे स्थान पर आया था, लेकिन कुछ ही देर में वह फिर तालाब में चला गया। तेजगढ़ रेंजर नीरज पांडे ने बताया हाईस्कूल के नजदीक तालाब में मगरमच्छ होने की सूचना ग्रामीणों के द्वारा दी गई है। तत्काल मगरमच्छ को पकड़ने के लिए रेस्क्यू टीम को भेजा गया है। मगरमच्छ तालाब के गहरे पानी में चला गया है, इसलिए रेस्क्यू नहीं हो पाया। उसे पकड़ने के लिए तालाब के पास पिंजरा लगा दिया है और ग्रामीणों को तालाब के आसपास जाने से मना कर दिया गया है।