Paris Olympics: ‘आपका जीवन देशवासियों के लिए प्रेरणा बनेगा’, पीएम मोदी ने अमन को फोन कर उनके योगदान को सराहा

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांस्य पदक विजेता पहलवान अमन सहरावत को फोन कर बधाई दी। मोदी ने अमन से कहा कि आपका जीवन देशवासियों के लिए प्रेरणा बनेगा क्योंकि आपने कड़ा संघर्ष किया और यहां तक पहुंचे। अमन ने शुक्रवार को पुरुष 57 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया था। 21 वर्षीय अमन ने कांस्य के लिए खेले गए मुकाबले में पुअर्तो रिको के डारियान टोई क्रूज को 13-5 के अंतर से हराया था। इससे पहले, छत्रसाल अखाड़े के प्रतिभाशाली पहलवान अमन ने गुरुवार को प्री क्वार्टर फाइनल और क्वार्टर फाइनल में दमदार प्रदर्शन किया था, लेकिन पुरुषों के 57 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के सेमीफाइल में जापान के शीर्ष वरीय रेई हिगुची से एकतरफा अंदाज में हार गए थे। अमन भले ही गुरुवार को पदक पक्का करने से चूक गए थे, लेकिन उन्होंने कांस्य पदक मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया और देश को पेरिस खेलों में छठा पदक दिला दिया। भारत ने पेरिस ओलंपिक में अब तक पांच कांस्य और एक रजत सहित कुल छह पदक जीते हैं। अमन पेरिस ओलंपिक में भारत के एकमात्र पुरुष पहलवान थे। हालांकि, उन्होंने कुश्ती में पदकों के सिलसिले को बरकरार रखा। भारत 2008 बीजिंग ओलंपिक के बाद से हर ओलंपिक में कुश्ती में पदक जीत रहा है। 2008 में सुशील कुमार ने कांस्य, 2012 में सुशील ने रजत और योगेश्वर दत्त ने कांस्य, 2016 में साक्षी मलिक ने कांस्य, 2020 टोक्यो ओलंपिक में रवि दहिया ने रजत और बजरंग पूनिया ने कांस्य पदक जीता था।
‘आपका जीवन बहुत ही प्रेरक है’
प्रधानमंत्री ने अमन से फोन पर कहा, अमन नमस्ते। आपको बहुत-बहुत बधाई और आपके उज्जवल भविष्य के लिए भी बहुत शुभकामनाएं। आपने अपने नाम के अनुसार सारे देश का मन भर दिया है। मेरे ख्याल से बहुत कम खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो छत्रसाल स्टेडियम को अपना घर बना लेते हैं, लेकिन आपने उसे अपना घर बनाकर अपने आप को खपा दिया। मैं मानता हूं कि देशवासियों के लिए आपका जीवन बहुत ही प्रेरित करने वाला है। आप हमारे सबसे युवा खिलाड़ी हैं जो ओलंपिक में पदक लेकर आ रहे हैं। आपके पास अभी काफी वक्त है। मैं मानता हूं कि आप देश को खुशियों से भर देंगे। आपने जीवन में काफी संघर्ष किया। माता-पिता को खोने के बाद भी आप डटे रहे, ये बहुत ही प्रेरक जीवन है आपका।

अमन 2028 में स्वर्ण लाने के लिए प्रतिबद्ध 
अमन ने प्रधानमंत्री से कहा, ‘देशवासियों का आशीर्वाद और आपकी मेहनत भी थी। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) और आपने मदद दी। 2028 में ओलंपिक में स्वर्ण लाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे।’ इस पर मोदी ने कहा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि आप सफल होने वाले हैं।’
मोदी ने अमन के संघर्ष को सराहा
पीएम मोदी ने जब अमन के संघर्ष को सराहा तो इस युवा भारतीय पहलवान ने कहा, ‘संघर्ष तो करना पड़ता है। हर कोई किसी ना किसी तरह का संघर्ष करता है। आपने भी अपने जीवन में संघर्ष किया है।’ इस पर प्रधानमंत्री ने कहा, नहीं, हमारा तो क्या है हम तो देश की सेवा में लगे हैं। आप लोग ना तो रात को सोते हैं। कितनी भी ठंड क्यों ना हो और सोने का मन करे, लेकिन आप लोग मैदान में जाकर मेहनत करते हो, तब जाकर यहां पहुंचते हो। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘वहां सब साथियों को क्या लग रहा है, क्योंकि पुरुषों में पहलवानों में आप ही हैं जो कुश्ती के मैदान में आगे आए।’ इस पर अमन ने कहा, पुरुषों में बस एक ही क्वालिफाई कर सका था। बस यही सोच रहा था कि हर बार कुश्ती में पदक आ रहा है तो यह बरकरार रहना चाहिए। पदक दिलाने के लिए मैंने अपना 100 प्रतिशत दिया।’ मोदी ने कहा,  वाकई आपने बहुत लगन से काम किया।

मोदी ने अमन को पदक के रंग की चिंता छोड़ने कहा
अमन ने प्रधानमंत्री से कहा, ‘देशवासियों को स्वर्ण लाने की उम्मीद थी, लेकिन वो नहीं ला पाए, पर 2028 में जरूर लेकर आएंगे।’ इस पर मोदी ने अमन से कहा, देखिए, कांस्य हो, रजत हो या स्वर्ण पदक, आप उस चिंता को छोड़ दीजिए। आपने देश को बहुत दिया है और सभी देशवासी सीना तानकर अमन का नाम ले रहे हैं।’ अमन ने कहा,  ‘अभी तो कुछ नहीं किया है, अभी तो देश को काफी कुछ देना है।’ प्रधानमंत्री अमन की इस बात से खुश हुए और उन्होंने कहा, मुझे पूरा भरोसा है क्योंकि जिसका ऐसा सपना होता है वो जरूर देता ही है। मुझे बहुत अच्छा लगा। आपने देश का नाम रोशन किया है और आपका जीवन देशवासियों के लिए प्रेरणा बनेगा।
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