उत्तराखंड: भूस्खलन के मलवे में दबकर 4 नेपाली श्रमिकों की मौत

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देहरादून। उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश के चलते रुद्रप्रयाग जनपद के फाटा के पास भूस्खलन हो गया। जिसके मलवे में दबने से 4 नेपाली श्रमिकों की मौत हो गई। एसडीआरएफ ने चारों के शव बरामद किए हैं। मृतकों में तूल बहादुर पुत्र हरक सिंह बहादुर, पूरना नेपाली, किशना परिहार तीनों निवासी जिला चीतोन ऑयल नारायणी, नेपाल और चीकू बूरा पुत्र खड़क बहादुर निवासी देहलेख आंचल करनाली नेपाल शामिल हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि देर रात 1:20 पर रुद्रप्रयाग में फाटा हेलीपैड के पास खाट गदेरे में आए मलबे में चार लोगों के फंसने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही राहत एवं बचाव कार्य के लिए रेस्क्यू टीम को मौके पर भेजा गया। हालांकि सुबह उनके शव ही बरामद हो सके।
देर रात एक बार फिर केदारनाथ मार्ग पर फाटा के पास हादसा हो गया। मूसलाधार बारिश के कारण फाटा के खाट गदेरे के पास भारी मात्रा में मलबा आ गया, जिससे चार लोग मलबे में दब गए। चार मजदूरों के मलबे में दबने की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम घटनास्थल के लिए रवाना हुई। रेस्क्यू टीम को भी कड़ी मशक्कत के बाद घटनास्थल तक पहुंचने में समय लग गया। पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश आफत बनकर बरस रही है। जगह-जगह भूस्खलन और भूधंसाव के कारण नुकसान हो रहा है। केदारनाथ मार्ग पर भी हालात खराब है। 31 जुलाई को अतिवृष्टि के बाद से इस मार्ग को सुचारू करने के लिए कार्य किया जा रहा है।
डोलिया देवी मार्ग अवरुद्ध होने के कारण टीम 2 किलोमीटर पैदल चलकर घटनास्थल तक पहुंची। भारी बारिश और मलबे के चलते जेसीबी वहां तक पहुंचना मुश्किल था, जिस कारण एसडीआरएफ के जवानों ने खुद ही मलबा हटाना शुरू किया। रेस्क्यू के दौरान मलबे में दबे चार मजदूरों के शव बरामद हुए। वहीं देहरादून जिले के मालदेवता क्षेत्र में देर रात मूसलाधार बारिश के कारण कुछ लोगों के घरों में पानी घुस गया। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची। हालांकि तब तक कुछ लोग खुद ही अपने घरों से बाहर निकल आए थे, जबकि कुछ लोगों का एसडीआरएफ टीम ने घरों से बाहर निकाला गया और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

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