वो चिल्ला रही थी… कोलकाता कांड के आरोपी संजय रॉय ने CBI के पॉलीग्राफ टेस्ट में कबूलनामा, बताया कैसे की थी हत्या

240

कोलकाता: कोलकाता लेडी डॉक्टर रेप मर्डर केस में आरोपी में बड़ा खुलासा किया है। संजय रॉय ने पॉलीग्राफ टेस्ट में कबूल किया है कि उसने पहले डॉक्टर के साथ रेप और फिर उसकी हत्या की थी। सूत्रों के अनुसार आरोपी ने यह बताया है कि पीड़िता लगातार चिल्ला रही थी, इसलिए मैंने उसका जोर से गला दबाया और तब तक दबाकर रखा जब तक उसने दम नहीं तोड़ा। ऑटोप्सी रिपोर्ट में लेडी डॉक्टर की मौत दम घुटने और सांस नहीं ले पाने के चलते मानी गई थी। 8-9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में लेडी डॉक्टर से दरिंदगी और हत्या के मामले में पुलिस ने संजय रॉय को अरेस्ट किया था। जांच से जुड़े अधिकारियों से जाे जानकारी सामने आई है उसके अनुसार संजय रॉय ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।

पॉलीग्राफ टेस्ट में क्या किया कबूल?
संजय रॉय में पॉलीग्राफ टेस्ट में कबूल किया है। उसने वह घटना से पहले रेड लाइट एरिया भी गया था। आरजी कर हॉस्पिटल में जघन्य हत्या को अंजाम देने के बाद वह अपने दोस्त के घर गया था। उसका यह दोस्त कोलकाता पुलिस के ऑफिसर है। संजय रॉय का यह कबूलनाम घटना के 18 दिन का आया है। 25 अगस्त को सीबीआई और सेंट्रल फोरेंसिक टीम के मेंबर्स ने 25 अगस्त को तीन घंटे तक पॉलिग्राफ टेस्ट किया। कोलकाता पुलिस ने 14 अगस्त को यह केस सीबीआई को हैंडओवर किया था। कोलकाता की घटना के मुख्य आरोपी संजय रॉय को प्रेसीडेंसी कनेक्शनल होम के वीआईपी वार्ड में न्यायिक हिरासत में रखा गया है। यहीं पर बंगाल के कुछ पूर्व मंत्र भी बंद हैं। इनमें पार्थ चटर्जी, ज्योतिप्रिय मल्लिक सहित कुछ अन्य चर्चित कैदी भी बंद है।

 

आरोपी बोला-पूछताछ से थक गया हूं
जेल प्रशास ने से आरोपी संजय रॉय को वीआईपी कैदियों से दूर रखा है। संजय रॉय ने जेल प्रशासन से सोने की इजाजत मांगी है। उसने प्रशासन से कहा है कि दो हफ्ते की लंबी पूछताछ के बाद थक गया है7 ऐसे में उसे सोने दिया जाए। कोलकाता की घटना के मुख्य आरोपी संजय रॉय से पहले पुलिस और फिर बाद में सीबीआई ने पूछताछ की थी। इसके बाद आरोपी का 25 अगस्त को पॉलीग्राफ टेस्ट कराया गया था। कोर्ट ने उसे 14 दिन के लिए ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा है। उधर, कोलकाता की घटना पर आक्रामक बीजेपी ने 28 अगस्त को राज्य में बंद बुलाया है।
Leave A Reply

Your email address will not be published.