नाबालिग के गले में फंसा बैलून, इलाज के दौरान हो गई मौत

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कांगड़ा। एक छोटे से गुब्बारे ने 13 साल के बच्चे की जान ले ली। 2 दिन तक बच्चा अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूलता रहा और आखिरकार उसकी मौत हो गई। मामला हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले का है। यहां पर 13 साल का विवेक कुमार सरकारी स्कूल सिद्धपुरघाड़ में पढ़ता था। विवेक स्कूल के गेट पर वह गुब्बारा फुलाने लगा तो फुलाते समय अचानक गुब्बारे से हवा निकली और झटके के साथ गुब्बारा विवेक के मुंह में चला गया। इस दौरान यह गुब्बारा विवेक के गले में अटक गया।

घटना की जानकारी स्कूल के टीचर्स को मिली तो वे बच्चे को अस्पताल ले गए। यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को पंजाब के पठानकोट के अमनदीप अस्पताल में भर्ती किया गया था। डॉक्टरों की टीम ने विवेक के गले से गुब्बारा तो निकाल लिया, लेकिन उसकी सेहत नाजुक बनी हुई थी। गुरुवार देर रात 11 बजे के करीब विवेक ने अंतिम सांस ली।बच्चे की मौत से जहां परिजन स्तब्ध हैं तो वहीं स्कूल और गांव में भी शोक की लहर है। स्कूल के बच्चों व स्टाफ की आंख भी नम है।

विवेक के पिता दिहाड़ी-मजदूरी करते हैं तथा माता गृहिणी है और बड़ी बहन है 12वीं में पढ़ती है। कांगडा के ज्वाली से पूर्व विधायक नीरज भारती ने भी बच्चे के परिवार की मदद की है। नीरज भारती ने बच्चे के इलाज के लिए 50 हजार रुपये दिए थे। इसके अलावा, स्कूल के प्रिंसिपल ने भी बच्चे के परिवार को आर्थिक मदद की थी, लेकिन अब बच्चे की जान नहीं बच पाई है।

 

 

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