कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के गढ़ पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव से पहले बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित शाह कोलकाता के विक्टोरिया हाउस के पास चुनावी रैली करने जा रहे हैं। वे विमानतल से सीधा रैली स्थल पर पहुंचेंगे जहां एक लाख से ज्यादा लोगों के पहुंचने का दावा किया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने बताया कि अमित शाह बंगाल में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए माहौल तैयार कर सकते हैं। अप्रैल में एक रैली के दौरान बंगाल में 35 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य दिया था। गौरतलब है कि भाजपा ने साल 2019 में राज्य की 42 संसदीय सीटों में से 18 पर जीत हासिल की थी। गौरतलब है कि इस रैली को अनुमति को लेकर ममता बनर्जी सरकार की असहमति के बाद प्रदेश भाजपा ने कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। जिस पर सिंगल बेंच ने रैली की अनुमति दे दी थी। इसके बाद फैसले के खिलाफ राज्य सरकार ने बड़ी बेंच में याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस टीएस सिवागनानम और जस्टिस हिरण्मय भट्टाचार्य की डिवीजन बेंच ने सिंगल बेंच के आदेश को बरकरार रखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका खारिज कर दी थी। बड़ी बेंच में सुनवाई के दौरान राज्य सरकार से सभा की इजाजत नही देने का कारण पूछा था। राज्य सरकार के वकील ने बताया कि विक्टोरिया हाउस कोलकाता शहर का केंद्र है। यहां सभा होगी तो शहर ठप्प हो जाएगा। उन्होंने बताया कि 21 जुलाई को छोड़कर वहां कोई सभा नहीं होती है। इस पर कोर्ट ने पूछा कि 21 जुलाई को ऐसा क्या खास होता है कि इस दिन को छोड़कर वहां कोई सभा नहीं हो सकती। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस की बेंच ने कहा कि इस मामले को लेकर बेवजह समस्या खड़ी की जा रही है। कोलकाता में कई ऐसी सभाएं और रैलियां हुई हैं, जिनकी इजाजत नहीं थी। इन रैलियों की वजह से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई थी और पुलिस भी उसे नियंत्रित नहीं कर पाई थी। इसी के साथ कोर्ट ने ममता सरकार की याचिका को खारिज कर दिया और भाजपा की 29 नवम्बर को होने वाली चुनावी सभा को इजाजत दे दी।
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