जबलपुर। एक तरफ पिता समाज सेवा, पीड़ित मानवता की सेवा और जनसेवा के लिये राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय हैं। दूसरी तरफ बेटा अलग तरह की समाजसेवा कर रहा है, जिसे न तो उचित कहा जा सकता है और न ही उसे सभ्य व प्रतिष्ठित परिवार के लिये भी उचित माना जा सकता है। गोटेगांव में आपराधिक पृष्ठभूमि के चलते विवादों में रहे प्रदेश के एक मंत्री के पुत्र ने बुधवार की रात फिर एक नया बवाल खड़ा कर दिया है। मंत्री पुत्र की कार ने पहले तो एक वृद्ध डॉक्टर दंपत्ति के वाहन को टक्कर मारी, फिर उनसे ही अभद्रता शुरू कर दी। हंगामे के दौरान क्षेत्रीय लोगों के साथ मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने जब बीच बचाव करने का प्रयास किया तो मंत्री पुत्र और ड्राइवर उनसे ही उलझ गए। इतना ही नहीं मंत्री पुत्र ने पुलिस अधिकारियों को अपनी हैसियत में रहकर कार्य करने की नसीहत देते हुए वर्दी उतरवाने की धमकी भी दे डाली। यह देखकर स्थानीयजन पुलिस अधिकारियों के पक्ष में बड़ी संख्या में एकत्रित हाे गए यह देखकर मंत्री पुत्र और ड्राइवर मौके से भाग गए।
सोशल मीडिया में वायरल हुआ वीडियो
सोशल मीडिया में वायरल वीडियो बुधवार रात करीब 8.30 बजे का बताया जा रहा है। जिसमें मध्य प्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के पुत्र प्रबल पटेल ग्रे कलर की स्विफ्ट कार से जा रहे थे। गाड़ी उनका ड्राइवर चला रहा था। लेबर चौक के समीप गाड़ी ने एक्टिवा पर सवार वृद्ध डॉक्टर दंपत्ति को टक्कर मार दी। दुर्घटना में डॉक्टर दंपत्ति को हल्की चोटें आईं, जिसके बाद दोनों ने विरोध किया। कुछ क्षेत्रीय लोगों ने भी उनके वाहनों में टक्कर मारने की बात कहते हुए ड्राइवर को गलती बताई और वृद्ध दंपत्ति के प्रति सहानुभूति जताई। बस यही मंत्री पुत्र प्रबल को नागवार गुजर गया और उसने अपने रसूख का भरपूर इस्तेमाल करते हुए न सिर्फ अभद्रता की बल्कि पुलिस अधिकारियों को वर्दी उतरवाने की धमकी दे दी।
एएसपी,सीएसपी समेत पहुंचा भारी बल
मंत्री पुत्र के हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर एएसपी सिटी आनंद कलादगी, सीएसपी कोतवाली रीतेश कुमार शिव भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और किसी तरह स्थिति को शांत किया। इस घटनाक्रम के बाद वृद्ध दंपत्ति को रवाना किया गया। वहीं मंत्री पुत्र मौके पर ही यहां वहां फोन लगाता देखा गया लेकिन माहौल विपरीत देखकर कुछ देर रूकने के बाद मौके से रफूचक्कर हो गया। हालांकि यह खबर तेज़ी से फैल गई और संस्कारधानी से लेकर भोपाल तक राजनीतिक और प्रशासनिक हल्कों में चर्चा का विषय बन गई।
राजनीतिक और प्रशासनिक हल्कों में चर्चा
इस घटनाक्रम के बाद कई राजनीतिक हल्कों में यह सवाल उठ रहे हैं कि एक ओर मोहन यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल अपने संस्कार, संयम और समाजसेवा के लिए देशभर में प्रसिद्ध हैं, तो दूसरी ओर उनके बेटे का रवैया कुछ और ही संकेत दे रहा है। यह घटना यह भी दर्शाती है कि क्या प्रशासन और पुलिस पर रसूख का असर है, जो इस तरह की घटनाओं को नज़र अंदाज किया जा रहा है। दबी जुबान में लोग प्रबल पटेल पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वह अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर रहा हैं और लोगों के साथ बदसलूकी से भी बाज नहीं आ रहा है। साथ ही, सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या इस मामले में राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने त्वरित कार्रवाई आखिर क्यों नहीं की।