मुंबई। महाराष्ट्र में भाजपा के कई नेता टिकट को लेकर बेहद परेशान हैं। कई नेताओं में नाराजगी बढ़ रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपाल शेट्टी को बोरीवली से टिकट नहीं दिया। इससे नाराज होकर उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। साथ ही, बाहरी व्यक्ति को मैदान में उतारे का आरोप लगाते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि इस विधानसभा क्षेत्र में जिस हिसाब से टिकट दिया गया है, उससे वे बहुत नाराज हैं। माना जा रहा था कि शेट्टी बोरीवली सीट के बीजेपी के टिकट के प्रबल दावेदार हैं। बता दें कि भाजपा ने सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 25 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की। इसमें कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए 2 नेताओं और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निजी सहायक को टिकट दिए गए हैं। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए बीजेपी अब तक 146 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। राज्य में 20 नवंबर को एक चरण में ही मतदान होने हैं, जबकि 23 नवंबर को परिणामों की घोषणा की जाएगी।
शेट्टी ने कहा, बाहरी उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की परंपरा का विरोध करना जरूरी है। इसलिए मैंने स्वतंत्र प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, मैं पीछे नहीं हटने वाला हूं। बता दें कि बोरीवली से भाजपा विधायक सुनील राणे की जगह संजय उपाध्याय को टिकट दिया गया है। वह मुंबई इकाई के महासचिव हैं। टिकट न मिलने पर भड़के शेट्टी ने कहा, मुझे तो चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी ही नहीं थी। मगर, मेरे समर्थकों ने मुझे स्थिति की गंभीरता के बारे में बताया। इसके बाद मैंने चुनावी ताल ठोंकने का मन बनाया। बागी हुए गोपाल शेट्टी ने कहा, आप यह देखिए कि पहले विनोद तावड़े साल 2014 में यहां से चुनाव लड़े। इसके बाद 2019 में सुनील राणे को मौका दिया। इस बार मुंबई उत्तर से लोकसभा का टिकट पीयूष गोयल को मिला। अब उपाध्याय के नामांकन के साथ यह चौथी बार हो रहा है।
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