विजयपुर में मतदान से पहले फायरिंग, एक दर्जन बदमाशों ने आदिवासियों पर गोली चलाई, तीन घायल

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श्योपुर। श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की वोटिंग से एक दिन पहले फायरिंग की घटना हुई। बाइक से आए 9 बदमाशों ने आदिवासी लोगों को धमकाया भी। वहीं, फायरिंग में दो लोग घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया है। गांव वालों ने एक आरोपी को बंदूक के साथ पकड़ लिया। जिसके साथ मारपीट कर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। घटना के बाद थाने पर भाजपा और कांग्रेस के लोग इकट्ठा हो गए। यह वारदात सोमवार रात 12 बजे ढोढर थाना क्षेत्र के धनाचया गांव में हुई। कांग्रेस ने भाजपा पर अराजकता फैलाने और गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया है। बता दें कि विजयपुर में आचार संहिता लागू है। सोमवार शाम 5 बजे ही चुनाव प्रचार थमा है। यहां कल 13 नवंबर को वोटिंग होनी है।

हमले में घायल प्रकाश और हरविलास आदिवासी ने बताया कि रात में कुछ लोग बाइक से आए थे। सभी के हाथ में बंदूकें थीं। आते ही उन्होंने गाली-गलौज शुरू कर दी। मना करने पर उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। सूचना मिलने पर एसडीओपी राजीव कुमार गुप्ता पुलिस फोर्स के साथ गांव पहुंचे। अन्य आरोपियों की तलाश में टीमों को रवाना किया गया। श्योपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष अतुल सिंह चौहान का कहना है कि भाजपा के लोग अराजकता फैलाकर गुंडागर्दी की राजनीति करना चाहते हैं। गरीब आदिवासियों पर इस तरह फायरिंग करना उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है। प्रशासन और पुलिस को आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए, नहीं तो कांग्रेस आदिवासियों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ेगी। विजयपुर विधानसभा उपचुनाव से पहले प्रशासन और पुलिस ने जिलेभर के सभी शस्त्र लाइसेंस थानों में जमा करवा लिए थे। इसके बावजूद आरोपी बंदूक लेकर गांव में कैसे पहुंचे? कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब लाइसेंस जमा हो गए थे तो हथियार कहां से आए। विजयपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा विकास के मुद्दे पर और कांग्रेस गद्दारी के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है, लेकिन जातिगत समीकरण चुनाव में हावी हैं। कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा के समर्थन में आदिवासी और कुशवाह समाज के लोग लामबंद होते नजर आ रहे हैं।

कमलनाथ ने भाजपा पर बोला हमला
इधर, घटना को लेकर मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा- श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की वोटिंग से पहले आदिवासियों पर फायरिंग की घटना अत्यंत चिंताजनक है। इस घटना में आदिवासी समुदाय के कई लोग घायल हो गए। घटना से स्पष्ट होता है कि विधानसभा उपचुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी क्षेत्र का माहौल खराब करना चाहती है और मतदाताओं को डराना चाहती है। वोटिंग से ठीक पहले इस तरह की वारदात कानून व्यवस्था और चुनाव के इंतजाम पर भी बेहद गंभीर सवाल खड़े करती है। घटना से स्पष्ट हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी खरीद फरोख्त की राजनीति से बाज नहीं आ रही। वह विधायक तो खरीद सकती है, लेकिन जनता को नहीं खरीद सकती, इसलिए मतदाताओं के ऊपर गोलियां चलाई जा रही हैं। निर्वाचन आयोग से अपील करता हूं कि घटना को अत्यंत गंभीरता से ले और विजयपुर विधानसभा में निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराएं।

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