यूपी उपचुनाव: कुंदरकी में पड़े सबसे ज्यादा वोट, गाजियाबाद फिसड्डी, शिकायत पर निलंबित हुए पांच पुलिसकर्मी

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लखनऊ। यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कुल 49.32 प्रतिशत वोट पड़े। झड़प की छिटपुट घटनाओं के बीच सबसे ज्यादा 57.72 प्रतिशत मतदान कुंदरकी और सबसे कम 33.3 प्रतिशत मतदान गाजियाबाद में हुआ। वहीं, चुनाव आयोग के निर्देशों को दरकिनार कर मतदाताओं की आईडी चेक करने पर पांच पुलिस कर्मी निलंबित कर दिए गए। यह कार्रवाई समाजवादी पार्टी समेत विभिन्न राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों की शिकायतों के आधार पर की गई।
यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि मीरापुर (मुजफ्फरनगर), कुंदरकी (मुरादाबाद), गाजियाबाद, खैर सुरक्षित (अलीगढ़), करहल (मैनपुरी), सीसामऊ (कानपुर), फूलपुर (प्रयागराज), कटेहरी (अम्बेडकरनगर) और मझवां (मिर्जापुर) में शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न हुआ। सपा ने कुंदरकी, मीरापुर और सीसामऊ समेत कई सीटों पर पुलिस अधिकारियों पर अपने समर्थक मतदाताओं की आईडी चेक करने और बूथ तक जाने से रोकने के आरोप लगाए। इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने कानपुर में पुलिस सब इंस्पेक्टर अरुण सिंह व राकेश नादर, मीरापुर में दरोगा नीरज कुमार व ओमपाल सिंह और मुरादाबाद में हेड कांस्टेबल विपिन सिरोही को निलंबित कर दिया। इसके अलावा मुरादाबाद में आठ पुलिस कर्मियों को मतदान के दौरान ही ड्यूटी से हटा दिया गया। नवदीप रिणवा ने बताया कि सभी जगह पर पर्याप्त मात्रा में रिजर्व ईवीएम और वीवीपैट की व्यवस्था की गई थी। मतदान के दौरान जहां कहीं से भी शिकायतें आईं, वहां तत्काल ईवीएम व वीवीपैट बदलने का काम किया गया।

वोटिंग प्रतिशत के मामले में कुंदरकी ने किया टॉप

मीरापुर : 57.12%
कुंदरकी : 57.72%
कटेहरी : 56.9 %
करहल : 54.1%
मझवां : 50.41%
सीसामऊ : 49.13 %
खैर : 46.36 %
फूलपुर :43.44 %
गाजियाबाद :33.3 %
मीरापुर में एसओ ने लहराया रिवॉल्वर, गाजियाबद में दोपहर बाद बूथों पर सन्नाटा
मीरापुर (मुजफ्फरनगर) के ककरौली में मुस्लिम मतदाताओं ने पुलिस पर मतदान से रोके जाने का आरोप लगाते हुए मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। जाम खुलवाने पहुंची पुलिस पर पथराव किया गया । एसओ ककरौली का महिला मतदाताओं को रिवाल्वर दिखाने का वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट के जरिये एसओ के निलंबन की मांग की। एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि शाहपुर और और जौली में ड्यूटी में ढिलाई बरतने पर एक-एक दरोगा को निलंबित कर दिया गया। गाजियाबाद में दोपहर बाद अधिकांश मतदान केंद्रों पर सन्नाटा छाया रहा। मझवां में कुछ स्थानों पर मशीन की खराबी से मतदान कुछ देर के लिए प्रभावित रहा। खैर विधानसभा क्षेत्र में जनसमस्याओं को लेकर चमन की नगरिया, जलाकसेरू और सोफा खेड़ा गांवों में चुनाव बहिष्कार किया गया। तीनों स्थानों पर कई घंटे तक मतदान बंद रहा। चंडौस क्षेत्र में एक बूथ पर ईवीएम खराब होने से करीब एक घंटे तक मतदान प्रभावित रहा।

सपा व भाजपा के बीच देखने को मिला सीधा मुकाबला

कटेहरी विधानसभा उपचुनाव में मतदान बुधवार को निपट गया। बीते विधानसभा चुनाव के मुकाबले मतदाता इस बार फर्स्ट डिवीजन नहीं आ सके। अधिक से अधिक मतदाताओं को बूथों तक ले जाने की योजना बनाई तो गई लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। उधर, मतदाताओं का जो रूझान सामने आया उसमें बसपा मुख्य लड़ाई से बाहर होती दिखी। सत्तारूढ़ भाजपा व सपा के प्रत्याशियों के बीच ही विधायक बनने की सीधी जंग देखने को मिली।
कटेहरी के प्रतिष्ठापूर्ण उपचुनाव में मतदान से पहले की स्थिति कुछ और थी। तब मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा था। यह संभावना थी कि बसपा प्रत्याशी अमित वर्मा अपने सजातीय मतों में सेंध मारी कर सपा को तगड़ी चोट देंगे। ऐसा फिलहाल आमतौर पर होता नहीं दिखा। एक संभावना यह भी थी कि भाजपा ने सवर्ण दावेदारों को एक सिरे से नकार दिया तो इससे नाराज कुछ सवर्ण मतदाता युवा प्रत्याशी अमित वर्मा का साथ दे सकते हैं। मतदान के दौरान यह संभावना भी शून्य होती दिखी।
ऐसे में कटेहरी, भीटी समेत टांडा ब्लाक के हिस्से में भाजपा व सपा के बीच ही सीधी लड़ाई दिखाई पड़ी। इनमें से विजेता कौन होगा यह दो दिन बाद ही पता चल पाएगा, लेकिन मुकाबला अत्यंत रोचक हुआ है। उधर तमाम कोशिश के बाद भी उपचुनाव में कटेहरी विधानसभा क्षेत्र के मतदाता फर्स्ट डिवीजन नहीं आ सके। दो वर्ष पहले हुए सामान्य चुनाव में जहां 62 फीसद से अधिक मतदान हुआ था, तो वहीं अब मतदान प्रतिशत 56 फीसद पर ही सिमट गया।
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