कश्मीर में बर्फबारी से प्रदेश में बढ़ी ठिठुरन

भोपाल में 10.2 डिग्री तक लुढक़ा पारा,कई शहरों में छाया कोहरा

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भोपाल। कश्मीर में हो रही बर्फबारी से मध्य प्रदेश में ठिठुरन बढ़ गई है राजधानी भोपाल में 10.2 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंच गया है वहीं पचमढ़ी सबसे ज्यादा ठंड है यहां 7.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। भोपाल में 21-22 नवंबर की रात सर्दी का 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया। टेम्प्रेचर गिरकर 9.4 डिग्री पर पहुंच गया। 2014 के बाद यह नवंबर का अब तक का सबसे कम तापमान है। 2017 में जरूर टेम्प्रेचर 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। भोपाल में इस सीजन में पहली बार पारा 10 डिग्री से नीचे आया है। गुरुवार-शुक्रवार की रात में यह 0.8 डिग्री की गिरावट के बाद 9.4 डिग्री पर आ गया।
शुक्रवार सुबह से मौसम में ठंडक है। धूप निकलने से थोड़ी राहत जरूर है। सुबह के समय कोलार, बैरसिया रोड, अयोध्या बायपास समेत कई इलाकों में हल्का कोहरा भी देखने को मिला, जबकि बड़ा तालाब समेत कई इलाकों में अभी भी धुंध छाई हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, नवंबर में भोपाल में ऐसा ही मौसम रहता है। 15 नवंबर के बाद ठंड का असर बढ़ता है, जो आखिरी तक बना रहता है। इस बार ठंड का असर तेज हो गया है। मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि इस समय जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में बर्फबारी हो रही है। वहीं, पश्चिम-उत्तर भारत में जेट स्ट्रीम हवाएं भी चल रही हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस का भी असर है। ऐसे में उत्तरी हवाएं मध्यप्रदेश में आ रही है, जिससे पारा लुढक़ गया हैं। आने वाले दिनों में पारे में और भी गिरावट हो सकती है। अभी रात के साथ दिन भी ठंडे है। प्रदेश के 5 बड़े शहर- भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में रात का टेम्प्रेचर सामान्य 15 डिग्री के नीचे है। भोपाल में पिछले साल के मुकाबले इस बार अभी से ज्यादा सर्दी पड़ रही है। यहां पिछले साल जहां नवंबर में रात का टेम्प्रेचर 12.8 डिग्री तक ही पहुंचा था।

मौसम विभाग का यह है अलर्ट
मौसम विभाग ने प्रदेश के मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया है कि ग्वालियर व उससे लगे क्षेत्रों में घना कोहरा छा सकता है। ऐसे में वाहन चालकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है. मौसम विभाग के मुताबिक ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना और शिवपुरी के कुछ इलाकों में घने कोहरे की वजह से विजिबिलिटी एक किलोमीटर तक घट सकती है। मध्यप्रदेश में शीतलहर की शुरुआत के साथ ही हार्ट व बीपी के मरीजों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। हेल्थ एक्सपट्र्स के मुताबिक तेज ठंड की वजह से हाई बीपी की समस्या भी बढऩे लगती है। इसके साथ ही शरीर में खून भी गाढ़ा होने लगता है, जिससे हार्ट के मरीजों को बेहद सावधानी बरतनी चाहिए और ठंडी हवाओं से बचकर रहना चाहिए।

दिसंबर में कड़ाके की ठंड का अनुमान
मौसम विभाग ने ठंड की शुरुआत से पहले कहा था कि इस साल ला नीना के प्रभाव से पूरे देश में कड़ाके की ठंड की संभावना है। उत्तरी व मध्य भारत के राज्यों में भले ही ठंड ने कुछ देरी से अपने तेवर दिखाए, लेकिन अब इसकी रफ्तार बढऩे लगी है. मौसम विभाग का कहना है कि दिसंबर से ला नीना अपने फुल फॉर्म में आ जाएगा, जिससे देश के उत्तरी राज्यों के साथ-साथ इस बार मध्य प्रदेश में भी हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ेगी। ऐसे में दिसंबर में सर्दी के कई रिकॉर्ड भी टूट सकते हैं।

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