छतरपुर। हिंदू एकता पद यात्रा की अगुआई कर रहे बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सुरक्षा के लिए स्पेशल फोर्स साथ-साथ चल रही है। यात्रा जब उत्तर प्रदेश के झांसी पहुंची तो खबर आई कि उन पर हमला हुआ है, जिसका पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने खुद ही खंडन किया। दरअसल, एक भक्त ने उन पर फूल फेंके तो हाथ में लगा मोबाइल छूट कर उनके गाल पर लग गया। इसके बाद मीडिया में खबरें आईं कि उन पर हमला हुआ है। पुलिस और खुद बाबा बागेश्वर ने इसका खंडन किया है। यात्रा को लेकर मिल रही धमकियों के बीच धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सुरक्षा जेड प्लस जैसी कर दी गई है। लगभग 200 से 400 सुरक्षाकर्मी, निजी कमांडो समेत कई जवान उनकी सुरक्षा में तैनात हैं। यह सुरक्षा व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। झांसी की घटना के बाद उनकी सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यह यात्रा बागेश्वर धाम से ओरछा तक के लिए निकाली है। यह पैदल यात्रा है। इसी यात्रा को हिंदू एकता पदयात्रा का नाम दिया गया है। इसका उद्देश्य हिंदुओं में एकता बढ़ाना और सनातन धर्म को बढ़ावा देना है। 21 नवंबर से शुरु हुई यह यात्रा 30 नवंबर तक रोजाना 20 किलोमीटर की दूरी तय कर रही है।
200-400 सुरक्षाकर्मी तैनात
यह सुरक्षा व्यवस्था प्रधानमंत्री को मिलने वाली जेड प्लस सुरक्षा जैसी है। वह जहां भी जा रहे हैं, वहां लगभग 200-400 सुरक्षाकर्मी उनकी सुरक्षा में तैनात हैं। इनमें कुछ निजी सुरक्षाकर्मी और कुछ सरकारी सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। निजी सुरक्षाकर्मियों ने कमांडो ट्रेनिंग ली हुई है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री की सुरक्षा में चार से पांच घेरे रहते हैं। हर घेरे में सरकारी पुलिसकर्मी और निजी कमांडो तैनात रहते हैं। सभी कमांडो हाथों की लड़ाई और हथियार चलाने में माहिर हैं। वे किसी भी तरह की मुसीबत से निपट सकते हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और अन्य राज्यों से 100 से 200 बाउंसर्स भी बुलाए गए हैं।