शंभू बाॅर्डर पर किसानों ने की जाली तोड़ने की कोशिश, पुलिस ने छोड़ा आंसू गैस का गोला

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चंडीगढ़। पंजाब के किसान अपनी मांगों के लिए फरवरी से शंभू बाॅर्डर पर मोर्चा लगाकर बैठे हैं। अब किसानों ने पैदल दिल्ली जाने का एलान किया है। शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे संगठन से जुड़े 100 सदस्य शंभू बॉर्डर से आगे बढ़े। पुलिस उन्हें आगे नहीं जाने दे रही।

शुक्रवार सवेरे से ही संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सोशल मीडिया पर आंदोलन जारी रखने का आह्वान कर रहे थे। जीरो पाइंट पर पहुंचकर दिल्ली कूच करने का एलान किया जा रहा था। जिसके चलते यमुना एक्सप्रेस-वे के जीरो पाइंट पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। वहां पर किसी को जाने नहीं दिया जा रहा था। दोपहर करीब 12 बजे महिलाओं के साथ करीब पचास से अधिक किसान नारेबाजी करते हुए परी चौक पर पहुंचे। परी चौक पर पहले से एडीपीसी अशोक कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौजूद थे। पुलिस, पीएसी और आरपीएफ के जवानों ने किसानों और महिलाओं को घेर लिया। आंदोलनरत किसानों ने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर विचार करने के बजाए आवाज को दबा रही है। किसान आंदोलन को कूचलने का काम किया जा रहा है। आंदोलन को किसी भी कीमत पर कूचलने नहीं दिया जाएगा। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा।

किसानों को गिरफ्तार कर भेज जेल

अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे पचास से अधिक किसान और महिलाओं को पुलिस ने परी चौक से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तारी के दौरान महिलाओं के साथ काफी देर तक धक्का-मुक्की हुई। गिरफ्तारी के दौरान राह चलते कई लोगों को वीडियो बनाने के चलते पकड़ कर जेल भेजा। किसानों के पहुंचने के बाद भी सारा दिन परी चौक पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस की तरफ से किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं। बैरिकेड पर लगी जाली हटाने पर पुलिस ने कार्रवाई की।

किसानों पर स्प्रे किया

एक किसान बैरिकेडिंग पर बने शेड पर चढ़ गया है। पुलिस ने उसे चेतावनी देकर नीचे उतारा गया। इससे पहले कुछ किसान लोहे के जंगले पर चढ़े तो उन पर स्प्रे किया गया जिससे आंखों में जलन हो रही है। किसानों के अनुसार, स्प्रे मिर्ची वाला था।

सतनाम वाहेगुरु का जाप शुरू

किसानों को शांत करने के लिए हरियाणा पुलिस की तरफ से लाउडस्पीकर्स पर सतनाम वाहेगुरु का जाप शुरू करवा दिया। साथ ही पुलिस अधिकारी  हाथ जोड़कर किसानों से पीछे हटने की अपील कर रहे हैं।

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