मस्तक पर त्रिपुंड गले में राम की माला, भस्म आरती में ऐसे सजे कालों के काल बाबा महाकाल

24
उज्जैन। उज्जैन श्री महाकालेश्वर मंदिर में सुबह 4 बजे हुई भस्मारती के दौरान बाबा महाकाल का पंचामृत पूजन-अभिषेक कर आकर्षक स्वरूप में श्रृंगार किया गया। जिसने भी इन दिव्य दर्शनों का लाभ लिया, वह देखता ही रह गया। कालों के काल बाबा महाकाल भस्मारती के दौरान भांग से श्रृंगारित हुए। बाबा महाकाल के मस्तक पर त्रिपुंड और गले में राम नाम की माला सुशोभित की गई। इस श्रृंगार के बाद उन्हें भस्म रमाई गई।
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि पौष मास, माघ शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर (गुरुवार) को बाबा महाकाल सुबह 4 बजे जागे। भगवान वीरभद्र और मानभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए। इसके बाद सबसे पहले भगवान को गर्म जल से स्नान करवाया गया। फिर दूध, दही, शहद, शक्कर और घी आदि पंचामृत से अभिषेक किया गया। प्रथम घंटाल बजाकर ‘हरि ओम’ का जल अर्पित किया गया। पंचामृत पूजन के बाद भगवान महाकाल का भव्य श्रृंगार किया गया, जिसे देखकर भक्त बाबा महाकाल की भक्ति में लीन हो गए और ‘जय श्री महाकाल’ के उद्घोष करने लगे। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के द्वारा बाबा महाकाल को भस्म रमाई गई और फिर कपूर आरती की गई।

Leave A Reply

Your email address will not be published.