वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को रेड सी शिपिंग पर हमलों के जवाब में यमन के ईरान-समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर सैन्य हमले शुरू किए। इस हमले में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई। ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि वे नहीं रुके तो उनकी स्थिति नरक से भी बदतर होगी। ट्रंप ने हूती विरोधियों का समर्थन करने वाले ईरान को भी चेतावनी दी है। ट्रंप ने कहा है कि उसे तुरंत हूतियों का समर्थन बंद करना होगा। उन्होंने कहा, यदि ईरान ने अमेरिका को धमकी दी तो अमेरिका कोई नरमी नहीं बरतेगा।
यमन की राजधानी साना में अमेरिकी हमलों में कम से कम 13 नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 9 लोग घायल हो गए। हूती नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है। यमन के उत्तरी प्रांत सादा में हुए एक और अमेरिकी हमले में छह लोग मारे गए, जिनमें चार बच्चे और एक महिला शामिल थी। 11 लोग घायल भी हुए हैं। हूतियों के एक प्रवक्ता ने कहा कि उसकी सेना विस्फोटक कार्रवाई के साथ प्रतिक्रिया करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। साना में निवासियों ने बताया कि हमले के दौरान एक हूती ठिकाने को निशाना बनाया गया और धमाके इतने जोरदार थे कि उन्होंने पूरे मोहल्ले को झकझोर दिया। एक अधिकारी ने इन हमलों की जानकारी देते हुए कहा कि शायद यह हफ्तों तक जारी रह सकता है। आपको बता दें कि ट्रंप के जनवरी में राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद से मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना द्वारा किया गया सबसे बड़ा सैन्य हमला है। ये हमले ऐसे समय में हो रहे हैं जब अमेरिका तेहरान पर आर्थिक दबाव बढ़ा रहा है और उसे अपने परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत के लिए प्रेरित करने की कोशिश कर रहा है। हूतियों ने नवंबर 2023 से अब तक शिपिंग के खिलाफ 100 से अधिक हमले किए हैं। इससे अमेरिकी सेना को मिसाइलों और ड्रोन को रोकने के लिए महंगा अभियान चलाना पड़ा। हूती इस संघर्ष को गाजा में हमास और इजराइल के युद्ध में फिलिस्तीनियों के प्रति अपनी एकजुटता के रूप में देखते हैं।
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