सुनीता विलियम्स की घर वापसी: अंतरिक्षयान में हुईं सवार

नासा ने किया लाइव टेलिकास्ट

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वाशिंगटन। भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी का इंतजार अब समाप्त होने वाला है। वह अपने साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर के साथ स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन अंतरिक्षयान में सवार हो गई हैं, जो कुछ ही समय में पृथ्वी के लिए रवाना होगा। नासा के अनुसार, यह यान अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) से अलग होकर मंगलवार शाम 5:57 बजे (अमेरिकी समयानुसार) फ्लोरिडा के समुद्र में स्प्लैशडाउन करेगा। भारतीय समयानुसार, यह बुधवार तड़के करीब 3 बजे होगा। नासा ने इस महत्वपूर्ण मिशन की लाइव ब्रॉडकास्टिंग भी शुरू कर दी है। नासा ने जानकारी देते हुए बताया है कि सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर के साथ नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और अलेक्जैंडर गोर्बुनोव भी इस अंतरिक्ष यान में सवार होंगे। इनका 17 घंटे लंबा सफर 19 मार्च को भारतीय समयानुसार सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर स्प्लैशडाउन के साथ समाप्त होगा। सुनीता और बुच विलमोर का मिशन पिछले साल जून में शुरू हुआ था। वे केवल 8 दिनों के लिए एक टेस्ट फ्लाइट के रूप में आईएसएस गए थे, लेकिन बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी में देरी हो गई। यह स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रूप से वापस लाने में असमर्थ था, जिसके चलते उनकी यात्रा को बढ़ाकर क्रू-9 मिशन का हिस्सा बना दिया गया।

सुनीता विलियम्स: एक गौरवशाली करियर
सुनीता विलियम्स भारतीय मूल की दूसरी अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं। उनसे पहले कल्पना चावला यह उपलब्धि हासिल कर चुकी थीं, लेकिन 2003 में कोलंबिया स्पेस शटल दुर्घटना में उनका निधन हो गया था। सुनीता का जन्म 1965 में हुआ था। उनके पिता दीपक पांड्या गुजरात से हैं, जबकि उनकी माँ उर्सुलाइन बोनी पांड्या स्लोवेनिया से हैं। उन्होंने पहली बार 2006 में ‘डिस्कवरी’ स्पेस शटल के जरिये अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा की थी। इस ऐतिहासिक वापसी के साथ, सुनीता विलियम्स एक बार फिर अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को साबित कर रही हैं। पूरी दुनिया की नजरें उनके सुरक्षित लौटने पर टिकी हुई हैं।

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