मुंबई। नागपुर में एक दिन पहले हुई हिंसा के संबंध में विधान परिषद में उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुगल बादशाह औरंगजेब के कथित महिमामंडन पर सवाल उठाया। बता दें कि औरंगजेब की कब्र को दक्षिणपंथी संगठन हटाने की मांग कर रहे हैं और इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है।मध्य नागपुर के चिटनिस पार्क इलाके में सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे हिंसा भड़क उठी। यह अफवाह फैली थी कि औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन के प्रदर्शन के दौरान एक समुदाय का धर्मग्रंथ जला दिया गया।
शिंदे ने अपना संबोधन जारी रखते हुए कहा, अनिल परब को यह नहीं भूलना चाहिए कि मैंने जो कुछ भी किया, खुलेआम किया और मैंने यह शिवसेना को औरंगजेब (कांग्रेस) से सहानुभूति रखने वालों से बचाने के लिए किया। यह कांग्रेस ही थी जिसने औरंगजेब की कब्र को सुरक्षा प्रदान की थी।
परब के इस आरोप का जिक्र करते हुए कि शिंदे ने केंद्रीय एजेंसियों के डर से महा विकास आघाडी (एमवीए) छोड़ कर भाजपा से गठजोड़ किया था, उपमुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा, यहां तक कि अमेरिका ने भी ओसामा बिन लादेन को मारने के बाद यह सुनिश्चित किया था कि उसे जमीन पर न दफनाया जाए। उसने किसी भी तरह के महिमामंडन को रोकने के लिए ही उसे समुद्र में दफन किया था।