JABALPUR: भौंकने पर 7 कुत्तों को जहर देकर मार डाला, सोसाइटी के लोगों पर आरोप, डॉग लवर्स ने की शिकायत
जबलपुर । मध्य प्रदेश जबलपुर जिले के गोराबाजार थाना क्षेत्र स्थित तिलहरी के मोहित रेसीडेंसी में एक दर्दनाक घटना सामने आई है । आरोप है कि कॉलोनी में रहने वाले चार परिवारों ने गंदगी करने और भौंकने की समस्या के कारण सात कुत्तों को जहर देकर मार डाला । इस घटना के खिलाफ डॉग लवर्स ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
ग्रुप पर प्लान बना, फिर मार डाला
NOW WE HAVE TO KILL THE DOG,S…YES AGREE, DOGS DISCHARGED STOOL TWO TIMES BEFORE MY DOOR….
ये बाते 16 मार्च को मोहित रेसीडेंसी में रहने वाले लोगों ने सोसाइटी के वॉट्सऐप ग्रुप में की। रात 9 बजे से लेकर 10 बजे तक ग्रुप में हुई चेटिंग के बाद निर्णय लिया गया कि सभी 7 डॉग के बच्चों को जहर देकर मार दिया जाए। इसके बाद अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने सभी पपीज को जहर देकर मार डाला। उन्हें दफना भी दिया। शिकायत डॉग लवर्स स्नेहा सिंह ने आरोप लगाया कि होली के एक दिन पहले वाली रात को इन निर्दोष कुत्तों को जहर देकर मारा गया । मृत कुत्तों में हाल ही में जन्मे कुछ पिल्ले भी शामिल थे, जिनकी उम्र महज दो महीने थी. शिकायतकर्ता ने कॉलोनी के व्हाट्सएप ग्रुप में हुई बातचीत का हवाला देते हुए पुलिस को सबूत भी सौंपे हैं । चैट में भी कुत्तों को जहर देकर मारने की साजिश की चर्चा की गई थी । शिकायतकर्ता का कहना है कि अपार्टमेंट में रहने वाले अजीत उइके, राना खान, अजीत राजपूत और अविनाश जैसवाल ने कुत्तों को जहर देकर मारा है. इसके अलावा, डॉग लवर खुशी तिवारी और उनके परिवार को शिकायत करने पर इनके द्वारा धमकी दी जा रही है ।
शिकायतकर्ता महिला और अन्य डॉग लवर्स ने पुलिस से मृत कुत्तों का पोस्टमार्टम कराने की मांग की है. उनका कहना है कि यह मामला सिर्फ पशु क्रूरता का नहीं, बल्कि मानवता पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है. इस घटना के सामने आने के बाद मोहित रेसीडेंसी और आसपास के क्षेत्र में रहने वाले कई लोग आक्रोशित हैं । कुछ लोगों का कहना है कि अगर कुत्तों से दिक्कत थी तो नगर निगम या एनजीओ की मदद ली जा सकती थी, लेकिन इस तरह उन्हें जहर देकर मारना अमानवीय है ।
कड़ी कार्रवाई की उम्मीद
वहीं पूरी घटना की गंभीरता को देखते हुए जबलपुर पुलिस ने संदिग्ध परिवारों से पूछताछ शुरू कर दी है. एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने कहा कि यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं तो पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा । पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या अन्य लोगों ने भी इस साजिश में सहयोग किया था । साथ ही दफ्न डॉग के सभी बच्चों को निकलवा कर इनका पोस्टमार्टम कराया जाएगा । यदि आरोप साबित होते हैं तो दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस घटना ने जबलपुर में पशु अधिकारों को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है और डॉग लवर्स की मांग है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून लागू किए जाएं ।