JABALPUR: 5 हजार एसएलआर राइफलें केरल पुलिस को सप्लाई

3 दशक से भारतीय सेना कर रही थी सीओडी के उत्पाद का उपयोग

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जबलपुर। स्वचलित राइफल (एसएलआर) अब देश की आतंरिक सुरक्षा में तैनात पुलिस को दी जा रही हैं| गौरतलब है कि पिछले तीन दशकों से 7.62 मिमी स्वचलित राइफल भारतीय सेना का मुख्य हथियार रही है| केंद्रीय आयुध डिपो (सीओडी) जबलपुर लगातार सैन्य की सक्रिय सेवा से बाहर हुए एसएलआर में नई जान भरने का काम किया जा रहा है। हाल ही में केरल पुलिस को बड़ी मात्रा एसएलआर की सप्लाई की गई हैं| वहीं इसके पूर्व बिहार पुलिस को 5 हजार राइफल्स की खेप पहले सौंपी जा चुकी हैं|
आर्मी मुख्यालय से जारी हुई जानकारी के मुताबिक जबलपुर में स्थित केंद्रीय आयुध डिपो (सीओडी) ने विभिन्न पुलिस सेवाओं की शस्त्रागार को मजबूत करने के लिए उपयोग योग्य स्वचालित राइफलों की पहचान करने और उन्हें पुनर्जनन करने के लिए कठोर प्रयास शुरू किया। अब तक सात राज्य पुलिस को एसएलआर वितरित करने के बाद, इस डिपो ने परंपरा को जारी रखते हुए केरल पुलिस को 5 हजार एसएलआर राइफलें प्रदान की हैं।
सीओडी जो सैन्य सूची प्रबंधन और रखरखाव में अपनी विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है ने उन एसएलआर राइफलों को पुनर्जनन पर ध्यान केंद्रित किया है, जिन्हें सेवा में वापस लाया जा सकता है। सावधानीपूर्वक निरीक्षण और पुनर्जनन प्रक्रियाओं का उपयोग करते हुए, डिपो का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ये राइफलें पहाड़ी और शांतिपूर्ण राज्य के कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा परिचालन उपयोग के लिए आवश्यक मानकों को पूरा करें।

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