जम्मू-कश्मीर में CRPF काफिले पर हमला करने वाला आतंकी अदनान कराची में ढेर; पाकिस्तान में खलबली

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कराची। पाकिस्तान में छिपे भारत के दुश्मनों को खत्म किए जाने का सिलसिला जारी है। वहां आतंकियों का खात्मा करने वाले अज्ञात शख्स या एजेंसी का खौफ इतना बढ़ गया है कि अब पाकिस्तान में बाकी बचे दहशतगर्दों में भगदड़ मच गई है। जो आतंकी कथित तौर पर जेल में बंद हैं, उन्हें भी पाकिस्तानी आईएसआई द्वारा अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही जा रही है।

ऐसे दहशतगर्द, जिन्हें कुछ समय पहले तक सार्वजनिक स्थलों पर देखा जाता था, वे भूमिगत हो रहे हैं। कई आतंकियों को बुलेटप्रूफ गाड़ियां मुहैया कराई गई हैं। इस कड़ी में अब लश्कर-ए-तैयबा का हाई ग्रेड आतंकी ‘हंजला  अदनान’, पाकिस्तान के कराची शहर में मारा गया है। ये वही अदनान है, जिसे 2016 में जम्मू कश्मीर के पंपोर में सीआरपीएफ काफिले पर हमले का मास्टर माइंड बताया जाता है। उस हमले में 9 जवान शहीद हुए थे, जबकि डेढ़ दर्जन से अधिक जवान घायल हुए थे।   पाकिस्तान के कराची में तीन दिन पहले अज्ञात हमलावरों ने हंजला अदनान को कई गोलियां मारी थी। चूंकि पाकिस्तान में इस साल करीब दो दर्जन आतंकी मारे गए हैं। इनमें से ज्यादातर आतंकियों का नाम, भारत के वांटेड दहशतगर्दों की सूची में शामिल रहा है। अदनान की मौत को ‘लश्कर-ए-तैयबा’ चीफ, हाफिज साईद के लिए एक बड़ा झटका बताया जा रहा है। पाकिस्तान में मारे जा रहे आतंकियों को लेकर वहां की इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई भी सकते में आ गई है। आईएसआई की सिक्योरिटी के बावजूद कई आतंकी मारे गए हैं। अदनान भी आईएसआई के इशारे पर जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराता था। ‘लश्कर-ए-तैयबा’ में आतंकियों की भर्ती का काम भी अदनान देखता था। अज्ञात हमलावरों के चलते पाकिस्तान में ‘जैश-ए-मोहम्मद’ ‘डी कंपनी’, ‘लश्कर ए तैयबा’, लश्कर-ए-जब्बर और लश्कर-आई-जांगवी सहित कई आतंकी संगठनों से जुड़े दहशतगर्दों को  सुरक्षा प्रदान की गई है। आईएसआई की रिपोर्ट पर लोकल पुलिस एवं दूसरे सुरक्षा बलों को इनके ठिकानों के आसपास तैनात किया गया है।

इन ‘टॉप’ आतंकियों को मिली है सुरक्षा

मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी को दो वर्ष पहले पाकिस्तान की एक अदालत ने टेरर फंडिंग केस में 15 साल कैद की सजा सुनाई थी। भारत के विदेश मंत्रालय ने इसे हास्यास्पद बताया था। पाकिस्तान, एफएटीएफ की बैठक के भय से इस तरह के कदम उठाता रहता है। पर्दे के पीछे का सच, दुनिया जानती है।  ‘लश्कर ए तैयबा’ के प्रमुख और वैश्विक आतंकी हाफिज सईद को भी पाकिस्तान की अदालत से 31 साल की सजा सुनाई थी। कई बार ऐसे प्रमाण सामने आते रहे हैं, जिनसे इन दोनों आतंकियों के जेल में होने पर संदेह होता है। अब इन्हें अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराई गई है। हिजबुल मुजाहिदीन का प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन को अमेरिका ने ग्लोबल टेररिस्ट सूची में डाल रखा है। अब कुछ समय से सलाहुद्दीन भी भूमिगत हो चुका है। इसे पाकिस्तान में बुलेटप्रूफ वाहन और सिक्योरिटी पर्सन दिए गए हैं। 1993 के मुंबई बम धमाकों का आरोपी, वैश्विक आतंकी दाऊद इब्राहिम को भी कराची में हाई सिक्योरिटी प्रदान की गई है।  भारत सरकार ने कराची में इसकी मौजूदगी के कई सबूत पाकिस्तान को सौंपे, मगर वहां की सरकार ने इन्हें मानने से इनकार कर दिया। जैश-ए-मुहम्मद का संचालक मसूद अजहर को भी पाकिस्तान में सुरक्षा दी गई है। पाकिस्तान में मौजूद हाफिज सईद के रिश्तेदार और वैश्विक आतंकी अब्दुल रहमान मक्की और जफर इकबाल को भी सुरक्षा घेरे में रखा जा रहा है।

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