आतंकी सगठन आईएसआईएस(ISIS) की भारत में हमले की साजिश, एनआईए(NIA) ने कर्नाटक और महाराष्ट्र में 40 से ज्यादा जगहों पर की छापेमारी

इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) दुनिया के सबसे बड़े और कुख्यात आतंकी संगठनों में से एक है। इस आतंकी संगठन के कई आतंकी अभी भी दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय हैं।

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राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) शनिवार सुबह से ही कर्नाटक और महाराष्ट्र में लगभग 44 विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ये छापेमारी वैश्विक आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के द्वारा देशभर में आतंकी हमला करने की साजिश से जुड़े एक मामले में हो रही है। ISIS की गिनती दुनिया के सबसे कुख्यात आतंकी संगठनों के तौर पर होती है, जो की दुनिया भर में एक रोग की तरह फैला हुआ है।

एएनआई के मुताबिक, शनिवार सुबह से जिन 44 जगहों पर एनआईए की छापेमारी चल रही है, उसमें से कर्नाटक में एक जगह पर छापेमारी हुई है।

वहीं, एनआईए के अधिकारियों ने पुणे में 2, थाणे ग्रामीण में 31, थाणे सिटी में 9 और भयांदर में एक जगह रेड की है।

एनआईए भारत में आतंक और हिंसा फैलाने की आतंकवादी संगठन की योजनाओं को विफल करने के लिए व्यापक जांच कर रही है। पहले भी इस तरह की छापेमारी की गई है, जिसमें कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।

एनआईए के अधिकारियों के द्वारा की जा रही छापेमारी अभी भी चल रही है। ऐसे में इस बात की भी उम्मीद जताई जा रही है कि अगर अधिकारियों को कोई लीड या सबूत मिलता है, तो अन्य जगहों पर भी छापेमारी हो सकती है। अगर ऐसा होता है, तो छापेमारी वाली जगहों की संख्या बढ़ जाएगी।

एनआईए की तरफ से जिस मामले में कार्रवाई हो रही है, वो इस्लामिक स्टेट से जुड़ा हुआ है। इस्लामिक स्टेट के कुछ आतंकी अभी भी एक्टिव हैं, जिनके भारत में भी होने की संभावना है।

एक रिपोर्ट के अनुसार आईएसआईएस के सेल्फ-स्टाइल्ड मॉड्यूल देशभर में फैले हुए हैं। खासतौर पर महाराष्ट्र में ऐसे आईएस मॉड्यूल के छिपे होने की जानकारी है। पहले भी महाराष्ट्र में इस तरह के मॉड्यूल का भंडाफोड़ हो चुका है। एनआईए इस बात की भी जानकारी जुटा रही है कि कहीं इन मॉड्यूल में युवाओं को बहलाने-फुसलाने और उन्हें कट्टरपंथी बनाने का काम तो नहीं किया है। उन्हें इंटरनेट से डाउनलोड कर कट्टरपंथी सामग्री तो नहीं पहुंचा गई है।

जांच अधिकारी इस बात का भी पता लगा रहे हैं कि कहीं आईएसआईएस मॉड्यूल के जरिए युवाओं की आतंकी संगठन में भर्ती तो नहीं की गई है। आतंकी युवाओं की भर्ती कर भारत-विरोधी गतिविधियों को अंजाम देना चाहते हैं।

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