भारतीय बाजारों में अब चीन का नकली लहसुन भी ‎बिकने लगा

स्वास्थ्य के ‎लिए जानलेवा सा‎बित हो सकता है, अमेरिकी सांसद जांच पर अड़े

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नई दिल्ली। अब भारतीय बाजार में नकली लहसुन भी आ गया है। ‎जिसकी मार्केट में खूब ‎बिक्री होने लगी है। ले‎किन जानकारों का कहना है ‎कि यह स्वास्थ्य के ‎लिए जानलेवा ‎सिद्ध हो रहा है। बता दें ‎कि नकली सामान तैयार करने में महारत हासिल कर चुका चीन अब नकली लहसुन भी तैयार कर रहा है। इस पूरे मामले को लेकर हाल ही में एक वीडियो आया था, जिसमें चीन के ‘नकली लहसुन’ को लेकर खुलासा किया गया था। अमे‎रिकी सांसद ने तो इसकी जांच करने के ‎लिए मांग कर दी है। मार्केट में बिकने वाला ये नकली लहसुन भारत के कई घरों में खाया जा रहा है।

ये दिखने में बहुत ही सफेद और खूबसूरत होते हैं। लेकिन ये हेल्थ के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। इसे नाली के पानी से सींचा जाता है। जो ‎कि लीड और अन्य मेटल के माध्यम से जल्द तैयार होता है। जब‎कि इसकी सफेदी बढ़ाने के लिए क्लोरीन से ब्लीच किया जाता है। इस बीच एक अमेरिकी सीनेटर ने चीन से लहसुन आयात के राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रभाव की सरकारी जांच की मांग की है। रिपब्लिकन सीनेटर रिक स्कॉट ने वाणिज्य सचिव को पत्र लिखकर अस्वच्छ उत्पादन विधियों का हवाला देते हुए दावा किया है कि चीनी लहसुन असुरक्षित है। गौरतलब है ‎कि चीन ताजा और ठंडा लहसुन का दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक है और अमेरिका एक प्रमुख उपभोक्ता है। लेकिन यह व्यापार कई वर्षों से विवादास्पद रहा है। अमेरिका ने चीन पर लागत से कम कीमत पर लहसुन को बाजार में खपोन का आरोप लगाया है। 1990 के दशक के मध्य से इसने अमेरिकी उत्पादकों को बाजार से बाहर होने से रोकने के लिए चीनी आयात पर भारी टैक्स लगाया है। 2019 में ट्रंप प्रशासन के दौरान ये टैरिफ बढ़ाए गए थे। सीनेटर स्कॉट ने लहसुन के विभिन्न प्रकारों के बारे में भी विस्तार से बताया है जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिए। वहीं क्यूबेक में मैकगिल विश्वविद्यालय में विज्ञान और समाज कार्यालय, जो वैज्ञानिक मुद्दों को लोकप्रिय बनाने और समझाने का प्रयास करता है, उनका कहना है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि चीन में लहसुन उगाने के लिए सीवेज का उपयोग उर्वरक के रूप में किया जाता है।

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