बालाघाट। बालाघाट जिले के गढ़ी थाना अंतर्गत सूपखार जंगल एरिया के खमको दादार क्षेत्र में हाक फोर्स तथा नक्सलियों के बीच गुरुवार तड़के मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में 14 लाख रुपये का इनामी नक्सली चैतू मारा गया। मुठभेड़ के बाद क्षेत्र में हाक फोस का सर्चिंग अभियान जारी है।
डीआइजी बालाघाट मुकेश कुमार श्रीवास्तव से प्राप्त जानकारी के अनुसार खमकोदादार के जंगल में नक्सलियों के छुपे होने की जानकारी मिली। सूचना पर कार्रवाई करते हुए मोतीनाला हाक फोर्स की टीम ने क्षेत्र को घेरते हुए नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए कहा। नक्सलियों ने हाक फोर्स की टीम में फायरिंग शुरू की दी। हाक फोर्स की टीम ने भी जवाबी फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में नक्सली चैतू उर्फ मरकाम हिडमा उम 25 निवासी बिजापुर मारा गया। मृतक नक्सली मलाजखंड दलम का एरिया कमेटी मेंबर है और उस पर मध्य प्रदेश में 14 लाख का इनाम घोषित था। अंधेरे का फायदा उठाकर उसके अन्य साथी फरार हो गए, जिनकी तलाश के लिए जंगल में सर्चिंग अभियान जारी है।
नक्सलियों ने हिंदी और अंग्रेजी लिखे पोस्टर
गौरतलब है कि रविवार की सुबह रूपझर थाना अंतर्गत सोनगुड्डा पुलिस चौकी के निकट सोनगुड्डा और सुंदरवाही मार्ग पर अस्पताल के पास नक्सली बैनर और पर्चे पाए गए थे। इसमें नक्सलियों ने झामसिंग धुर्वे और कामरेड कमलू के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के मामले को एक्सपोज करने के लिए जिले की जनता का अभिवादन किया है। जीआरबी डिविजनल कमेटी भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी की ओर से लगाए गए बैनर और पर्चे में जिले के पुलिस महानिरीक्षक संजय कुमार और पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ को हत्यारा बताया है। इसके अलावा हाक फोर्स को खून का प्यासा बताया है। नक्सलियों द्वारा लगाए गए बैनर और पर्चे में पहली बार नक्सलियों ने हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में अपनी बात लिखी थी। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के पूर्व नक्सलियों ने मुखबिरी के संदेह पर लांजी थाना अंतर्गत पूर्व सरपंच की हत्या की थी।