नई दिल्ली। दुनिया के सबसे बड़े कॉरपोरेट ऑफिस हब ‘सूरत डायमंड बोर्स’ का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल रविवार को करेंगे। 3400 करोड़ रुपये की लागत से 35.54 एकड़ जमीन पर तैयार किए गए सूरत डायमंड बोर्स (एसडीबी) कच्चे और पॉलिश किए गए हीरे के कारोबार का एक वैश्विक केंद्र बन रहा है।
गौरतलब है कि डायमंड बोर्स दुनिया की सबसे बड़ी इंटरकनेक्टेड इमारत है, क्योंकि इसमें 4,500 से अधिक इंटरकनेक्टेड कार्यालय हैं। कार्यालय भवन पेंटागन से भी बड़ा है और देश का सबसे बड़ा सीमा शुल्क निकासी घर है। इस इमारत में 175 देशों के 4,200 व्यापारियों को रखने की क्षमता है जो पॉलिश किए गए हीरे खरीदने के लिए सूरत आएंगे। व्यापार सुविधा से लगभग 1.5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा, क्योंकि दुनिया के कोने-कोने से हीरा खरीदारों को सूरत में व्यापार करने के लिए एक वैश्विक मंच मिलेगा। एसडीबी के मीडिया संयोजक दिनेश नवादिया ने कहा कि उद्घाटन से पहले ही मुंबई स्थित कई हीरा व्यापारियों ने अपने कार्यालयों का कब्जा ले लिया है। इन्हें नीलामी के बाद प्रबंधन ने आवंटित किया था। दिनेश नवादिया ने कहा कि उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री एसडीबी भवन के पास एक बड़ी सभा को संबोधित करेंगे।
इससे पहले जुलाई में, पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘एक्स’ पर एक मीडिया रिपोर्ट का जवाब दिया था जिसमें कहा गया था कि सूरत डायमंड बोर्स ने अब पेंटागन को पीछे छोड़ दिया है, जहां पिछले 80 वर्षों से अब तक दुनिया की सबसे बड़ी कार्यालय इमारत है। उन्होंने पोस्ट किया, ‘सूरत डायमंड बोर्स सूरत के हीरा उद्योग की गतिशीलता और विकास को प्रदर्शित करता है। यह भारत की उद्यमशीलता की भावना का भी प्रमाण है। यह व्यापार, नवाचार और सहयोग का केन्द्र बनकर काम करेगा, जो हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाते हुए रोजगार भी देगा।