संसद सुरक्षा में चूक मामला : जलाए गए मोबाइल फोन के अवशेष बरामद
सेलुलर कंपनी से पुलिस ने आरोपियों का डेटा मांगा
नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंध में फरार आरोपी ललित झा की निशानदेही पर पुलिस ने जलाए गये मोबाइल फोन के अवशेष राजस्थान से बरामद कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल फोन को साजिश का कथित मास्टरमाइंड ललित मोहन झा अपने साथ ले गया था। पुलिस सूत्रों ने पहले कहा था कि झा ने दिल्ली आने से पहले पांचों मोबाइल नष्ट कर दिए थे। वह लगातार जांच टीम को गुमराह करता रहा। अब पुलिस ने सेलुलर कंपनी से ललित और अन्य आरोपियों के मोबाइल लोकेशंस का डेटा मांगा है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि उन्हें जांच के लिए एफएसएल भेजा जा रहा है। पुलिस को उम्मीद है कि शायद उनसे कुछ जानकारी निकल सके।
पुलिस पूछताछ में भी आरोपियों की ओर से नए-नए खुलासे किए जा रहे हैं। सागर शर्मा से पूछताछ में पता चला है, उनकी योजना संसद के बाहर आत्मदाह करने की थी किन्तु एक ज्वलनशील जैल के अभाव के कारण इसे निरस्त करना पड़ा। दरअसल आरोपियों ने ऑनलाइन वह जैल मंगवाने का प्रयास किया था, जिसे लगाकर आग लगने पर भी खुद को जलने से बचाया जा सकता है। मगर ऑनलाइन पेमेंट होने के कारण उसका ऑर्डर नहीं हो पाया था, जिससे उन्हें प्लान में बदलाव करना पड़ा था। संसद की रेकी करने के दौरान उन्होंने पाया कि वहां जूतों की जांच नहीं की जाती है, इसलिए उन्होंने जूतों के अंदर खास जगह बनाकर उसमें स्मॉक शॉट ले जाने की योजना बनाई। पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में चार शॉट का जिक्र है, जिनमें से तीन का इस्तेमाल हुआ था जबकि एक इस्तेमाल नहीं हुआ । इसके अलावा पुलिस को यह भी पता चला है कि पुलिस उन्हें न पकड़ पाए इसलिए वे सेफ चैट्स कर रहे थे। सिग्नल ऐप पर बातें करते थे। युवाओं को अपने साथ जोड़ने के लिए उनका माइंड वॉश भी करते थे। जिससे वह कई लोगों को अपने साथ जोड़ने में सफल भी हुए थे।