एनआईए को बड़ी सफलता- 40 ड्रोनों का इस्तेमाल कर मुंबई पर बड़े आतंकी हमले को किया नाकाम, मुंबई के पास पडघा गांव को कट्टरपंथियों ने बना दिया था “अल शाम”
कट्टरपंथियों का कारनामा- भिवंडी के पडघा गांव को बना डाला ‘अल शाम’ यानि ‘सीरिया’, बाहर से बुलाए जा रहे हैं कट्टरपंथी
मुंबई. देश में इस्लामिक स्टेट, पाकिस्तान की आईएसआई समेत अन्य कई देश विरोधी तत्व लगातार अशांति फैलाने की कोशिशें कर रही हैं। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता के चलते इनके नापाक मंसूबे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे ही हाल ही में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने ISIS के आतंकी मॉड्यूल को ध्वस्त करने के लिए महाराष्ट्र में छापेमारी की, तो पता चला कि इस्लामिक कट्टरपंथियों ने मुबंई के भिवंडी स्थित पडघा गांव को बकायादा ‘लिबरेटेड ज़ोन’ और ‘अल शाम’ यानि की सीरिया के तौर पर खुद घोषित किया था।
इस्लामिक कट्टरपंथी अपने बेस को मजबूत करने के लिए प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं को अपना घर छोड़कर पडघा शिफ्ट होने के लिए उकसा रहे थे। गौरतलब है कि NIA आतंकी संगठन ISIS के टेरर मॉड्यूल को तोड़ने के लिए देशभर में छापंमारी कर रही थी। इसी दौरान उसे मुंबई के पास बोरीवली-पडघा गांव के बारे में इनपुट मिलता है। जांच एजेंसी को पता चलता है कि वहां पर कुछ इस्लामिक कट्टरपंथी देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। इसी के बाद एनआईए एक्शन में आती है। 9 दिसंबर, 2023 को राष्ट्रीय जांच एजेंसी भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ पडघा गांव पर धावा बोल देती है। बता दें कि इस गांव में 90 फीसदी आबादी मुस्लिम है।
गांव में छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी ने जो दृश्य देखा वो हैरान कर देने वाला था।
एक साथ 44 जगहों पर छापेमारी के दौरान एनआईए ने 15 कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया। इसमें साकिब नाचन भी शामिल था। एक अधिकारी ने बताया कि NIA की कई टीमों ने महाराष्ट्र के बोरीवली-पडघा, ठाणे, मीरा रोड और पुणे में छापेमारी और गिरफ्तारियां कीं थी। विदेशों में बैठे अपने आकाओं के कहने पर साकिब आईएसआईएस के हिंसक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए इम्प्रोवाइज्ड एक्प्लोसिव डिवाइस (IED) बनाने सहित आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था।
मास्टरमाइंड साकिब नाचन, जिसे दो बार आतंकी कृत्यों के तहत दोषी ठहराया गया था और मामूली सजा के बाद अब सूत्रों के अनुसार आईएसआईएस महाराष्ट्र मॉड्यूल के प्रमुख के तौर देखा जा रहा है, को गिरफ्तार किया गया।
मुंबई से सिर्फ 50 किलोमीटर दूर पडघा गांव को मुस्लिम बहुल बना दिया गया, नाम बदलकर अल-शाम कर दिया गया, जिसका अर्थ है “ग्रेटर सीरिया” और खुद को आईएसआईएस और शरिया के प्रति निष्ठा के साथ एक मुक्त क्षेत्र घोषित कर दिया गया। एनआईए ने कई बंदूकें, तलवारें, 51 फिलिस्तीन/हमास झंडे, 68 लाख नकद, 38 मोबाइल, 3 हार्ड डिस्क जब्त की और घातक 40+ ड्रोन हमले करने की योजना का पर्दाफाश किया। उस छापेमारी के दौरान 15 आईएसआईएस से जुड़े संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।